अनोखा नजारा : मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में रहने वाले लोगों को आसमान में अद्भुत नजारा देखने को मिला। दरअसल, आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति का ये विहंगम दृश्य आसमान में देखा गया। यह दृश्य रात 12 बजे दिखा इसमें आसमान में उनकी अलौकिक छवि नजर आई। लोगों ने इस तस्वीर को अपने कैमरे में कैद कर लिया। अब यह फोटो खूब वायरल हो रहे हैं।
ओंकार पर्वत पर विराजित है आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति
बता दें कि आदि गुरु शंकराचार्य की यह मूर्ति ओंकार पर्वत पर विराजित है। आदि गुरु शंकराचार्य की जो फोटो वायरल हो रही है इसका विहंगम दृश्य 108 फीट की आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति के पीछे की साइड आसमान में बना। इसी मूर्ति की छवि आसमान में बनती हुई दिख रही है। ये छवि काफी अद्भुत दिख रही है। हालांकि, द सूत्र इस तस्वीर के सच होने की पुष्टि नहीं करता है।
फोटो लेने वाले को दिया इनाम
ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की छवि के इस अद्भुत नजारा कैमरे में कैद करने वाले शख्स का पता चल गया है। आदि गुरु शंकराचार्य प्रोजेक्ट के हेड, मनीष पांडे ने इस व्यक्ति का सम्मान भी किया है। रात 12 बजे आसमान में दिखी आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति की छवि को इस शख्स ने सबसे पहले अपने कैमरे में कैद किया था, जो अब जमकर वायरल हो रही है। बता दें कि आदि गुरु शंकराचार्य की पूरी दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा हैं। नर्मदा किनारे देश का चतुर्थ ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर शंकराचार्य की दीक्षा स्थली है, जहां वे अपने गुरु गोविंद भगवत्पाद से मिले थे और यहीं 4 वर्ष रहकर उन्होंने विद्या अध्ययन किया।
शिवराज ने किया था 108 फीट की इस मूर्ति का अनावरण
मध्य प्रदेश पूर्व सीएम और वर्तमान में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओंकारेश्वर में ओंकर पर्वत पर विराजित आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची इस मूर्ति का अनावरण किया था। इस दौरान बड़ी संख्या में साधु संत मौजूद रहे थे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उनकी परिक्रमा की और अद्वैत धाम का शिलान्यास तथा भूमिपूजन भी किया था। उसके बाद से ही काफी तादाद में भक्त आदि गुरु शंकराचार्य के दर्शन के लिए आने लगे। जगतगुरु आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा को 'स्टेच्यू ऑफ वननेस' भी कहा जाता है।
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