दिग्गज नेताओं के क्षेत्र में गिर गई वोटिंग, सीएम मोहन यादव की विधानसभा में 6 फीसदी तो विजयवर्गीय की इंदौर एक में 12 फीसदी गिरी

इंदौर विधानसभा 1 ( इंदौर लोकसभा ) में लोकसभा 2019 में 66.96 फीसदी, विधानसभा 2023 में 72.81 फीसदी और लोकसभा 2024 में 61 फीसदी। पांच माह में 11.81 फीसदी वोटिंग कम वोटिंग हुई है।

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Pratibha ranaa
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Lok Sabha Elections 2024
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संजय गुप्ता, INDORE. लोकसभा चुनाव 2024 ( Lok Sabha Elections 2024 ) में मप्र के अंतिम चरण में मालवा-निमाड़ की आठ लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई। लेकिन सभी जगह पर वोट प्रतिशत में गिरावट आई है। खास बात यह रही है कि बीजेपी के तमाम प्रयासों के बाद भी दिग्गज नेताओं के क्षेत्र में ही पांच माह पहले हुए विधानसभा 23 की तुलना में खासी वोटिंग कम हुई है। सीएम डॉ. मोहन यादव ( Mohan Yadav )की विधानसभा उज्जैन दक्षिण में 6 फीसदी तक वोटिंग गिरी तो वहीं कैलाश विजयवर्गीय की विधानसभा इंदौर एक में 12 फीसदी करीब वोटिंग गिर गई है। 

सीएम, डिप्टी सीएम के साथ यहां से पांच मंत्री

इन आठ सीटों में सीएम ड़ॉ. मोहन यादव से लेकर मप्र सरकार के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और पांच मंत्री नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नागर सिंह चौहान (इनकी पत्नी ही चुनाव में प्रत्याशी है), मंत्री इंदर सिंह परमार, मंत्री चेतन्य कश्यप और मंत्री निर्मला भूरिया की विधानसभा भी शामिल है। 

सीएम डॉ. मोहन यादव

उज्जैन दक्षिण (उज्जैन लोकसभा) विधानसभा में लोकसभा 2019 में 67.92 फीसदी, विधानसभा 23 में 71.43 फीसदी और लोकसभा 2024 में 65.50 फीसदी रह गई। - पांच महीने में करीब 6 फीसदी गिरी

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नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय

इंदौर विधानसभा1 (इंदौर लोकसभा) में लोकसभा 2019 में 66.96 फीसदी, विधानसभा 2023 में 72.81 फीसदी और लोकसभा 2024 में 61 फीसदी। पांच माह में 11.81 फीसदी वोटिंग कम

डिप्ट सीएम जगदीश देवड़ा

मल्हारगंढ विधानसभा (मंदसौर लोकसभा) में लोकसभा 2019 में 81 फीसदी, विधानसभा 2023 में 86.73 फीसदी और लोकसभा 2024 में 77.76 फीसदी। पांच माह में 9 फीसदी गिरी वोटिंग

मंत्री नागर सिंह चौहान

अलीराजपुर विधानसभा (रतलाम लोकसभा) में लोकसभा 2019 में 68.74 फीसदी, विधानसभा 23 में 70.85 और लोकसभा 2024 में 68.66 फीसदी। पांच माह में दो फीसदी गिरी वोटिंग

मंत्री निर्मला भूरिया

पेटलावद विधानसभा (रतलाम लोकसभा) में लोकसभा 2019 में 79.56 फीसदी, विधानसभा 23 में 79.97 फीसदी और लोकसभा 24 में 72.65 फीसदी। पांच माह में 7 फीसदी गिरी वोटिंग

मंत्री चेतन्य कश्यप

रतलाम सिटी (रतलाम लोकसभा) में लोकसभा 2019 में 73.03 फीसदी, विधानसभा 23 में 74.68 फीसदी और लोकसभा 24 में 69.13 फीसदी। पांच माह में 5 फीसदी गिरी वोटिंग

मंत्री इंदर सिंह परमार

शुजालपुर विधानसभा (देवास लोकसभा) में लोकसभा 2019 में 79.10 फीसदी, विधानसभा 23 में 85.08 फीसदी और लोकसभा 24 में 72.77 फीसदी वोट गिरे। पांच माह में 12 फीसदी गिरी वोटिंग।

बड़े कांग्रेसी नेताओं के यहां क्या हुई स्थिति-

प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी

राऊ विधानसभा (इंदौर लोकसभा) में लोकसभा 2019 में 70.37 फीसदी, विधानसभा 23 में 76.71 फीसदी और लोकसभा 24 में 62.45 फीसदी। पांच माह में 14 फीसदी गिरी।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार

गंधवानी (धार लोकसभा) में लोकसभा 2019 में 71.32 फीसदी, विधानसभा 23 में 74.14 फीसदी, लोकसभा 24 में 71.05 फीसदी। पांच माह में तीन फीसदी गिरी।

कांतिलाल भूरिया और महेश परमार

कांतिलाल भूरिया के बेटे झाबुआ से विधायक है। यहां पर खास वोटिंग नहीं गिरी है. विधानसभा चुनाव में 66.22 फीसदी वोटिंग थी जो लोकसभा 24 में 66.16 फीसदी रही। वहीं महेश परमार जो तराना (उज्जैन लोकसभा) से विधायक है और अभी उज्जैन सीट से कांग्रेस प्रत्याशी है, उनकी सीट पर 73.85  फीसदी वोटिंग हुई है, जो विधानसभा में हुई 82 फीसदी वोटिंग से 8 फीसदी कम है।