भोपाल. हॉस्टल के खाने की क्वालिटी बहुत ही खराब है। विश्वविद्यालय परिसर में साफ–सफाई नहीं है। इतने बड़े कॉलेज में प्लेसमेंट नहीं हो रहा। ऐसी ही कई परेशानियों को लेकर स्टूडेंट्स 10 दिन पहले कुलसचिव से मिले थे, लेकिन उन्होंने अनसुनी कर दी। परेशान स्टूडेंट्स बुधवार को रोड पर आ गए। उन्होंने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। जब स्टूडेंट्स शांति से बोल रहे थे तो अनसुना कर दिया, रोड पर आए तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने मांगें मान लीं और जल्द से जल्द समस्याओं को दूर करने का भरोसा दिलाया। यह मामला है देश के सबसे नामी पत्रकारिता विश्वविद्यालय यानी माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय का।
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कुलसचिव ने नहीं दिया ध्यान
MCU में ABVP के कार्यकर्ताओं ने 10 दिन पहले कुलसचिव को विश्वविद्यालय की समस्याओं के बारे में बताया था। छात्रों ने कहा था कि हॉस्टल के खाने में कभी कांच तो कभी कीड़े निकलते हैं। विश्वविद्यालय परिसर में साफ–सफाई नहीं है। इतने बड़े कॉलेज में प्लेसमेंट नहीं हो रहा है। कॉलेज कैंटीन के खाने की क्वालिटी बहुत खराब है। छात्रों से अनावश्यक लेट फीस ली जा रही है। इन तमाम समस्याओं को दूर करने के लिए लिखित रूप से आवेदन भी दिया था। छात्रों का आरोप है कि 10 दिन बाद भी किसी भी समस्या पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
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कुलपति के पास समय नहीं
इसी को लेकर बुधवार को विद्यार्थी परिषद ने छात्रों के साथ मिलकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जोरदार धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों में एमसीयू इकाई अध्यक्ष अंकुर पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति हमेशा प्रवास पर रहते हैं। उन्हें घूमने से फुरसत नहीं है। वे छात्रों के साथ मिलकर पहले भी समस्याओं को लेकर कुलसचिव के पास गए थे, लेकिन उन्होंने टाल-मटोल करते समस्याओं पर ध्यान ही नहीं दिया।
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वहीं इकाई मंत्री अमीषा कछावा ने कहा कि गर्ल्स हॉस्टल में हेल्थ और हाइजीन को लेकर कोई व्यवस्था नहीं है। न कोई मेडिकल इमरजेंसी की सेवा उपलब्ध है और न ही छात्राओं के लिए सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन की व्यवस्था है। छात्र उद्देश्य सिंह ने कहा कि कुछ दिन पहले भी छात्रों ने विश्वविद्यालय के कैंटिन के खाने की क्वालिटी को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी डाला था, जिसमें साफ दिख रहा था कि सब्जी में सिर्फ पानी दिख रहा है। इसके बावजूद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
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लोकपाल नियुक्त करने की मांग
गौरतलब है कि UGC ने एमपी के डिफॉल्टर विश्वविद्यालयों की सूची जारी की थी। इसमें माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय का नाम भी शामिल था। दरअसल, विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्याओं के निराकरण के लिए लोकपाल की नियुक्ति की मांग भी छात्रों की ओर से रखी गई। तीन घंटे तक चले जोरदार प्रदर्शन और हंगामे के बाद कुलपति केजी सुरेश ने छात्रों की समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया। Makhanlal Chaturvedi Journalism University | mcu bhopal