भोपाल के आलमी तब्लीगी इज्तिमा में एक लाख जमाती पहुंचे
भोपाल में आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आगाज 29 नवंबर को हुआ। पांच लाख जमातियों के लिए 125 पंडाल तैयार हैं। सामूहिक निकाह और मजहबी तकरीरें आकर्षण का केंद्र हैं।
भोपाल के ईंटखेड़ी स्थित घासीपुरा में आलमी तब्लीगी इज्तिमा फजिर की नमाज के साथ आरंभ हो गया। चार दिनों तक चलने वाले इस समागम में देश-विदेश से लाखों जमाती शामिल हो रहे हैं। इज्तिमा का समापन 2 दिसंबर को सामूहिक दुआ के साथ होगा।
विदेशी जमात का आगमन
इज्तिमा में मोरक्को, मलेशिया, जर्मनी, फ्रांस, अमेरिका और सिंगापुर सहित कई देशों के जमाती पहुंचे हैं। इंतजामिया कमेटी ने इस बार 125 बड़े पंडालों में पांच लाख से अधिक जमातियों के रहने की व्यवस्था की है।
सामूहिक निकाह और धार्मिक तकरीरें
पहले दिन 350 से अधिक सामूहिक निकाह होंगे। इसके अलावा, उलेमाओं द्वारा इस्लाम से जुड़ी छह अहम बातों पर तकरीरें की जाएंगी।
व्यवस्थाएं और सुविधाएं
पार्किंग जोन : 250 एकड़ क्षेत्र में 65 पार्किंग जोन बनाए गए हैं।
खानपान : 80 फूड जोन में रियायती दरों पर नाश्ता और भोजन उपलब्ध है।
पानी और वुजू : 52 ट्यूबवेल और 20 किमी पाइपलाइन से रोजाना एक करोड़ लीटर पानी की आपूर्ति।
सफाई और सीवेज : डबल वॉलंटियर तैनात, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से दुर्गंध रहित माहौल।
मेडिकल सेवा : इमरजेंसी के लिए दो बाइक एंबुलेंस तैनात हैं।
गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल
इज्तिमा के इंतजाम में हिंदू समुदाय का भी बड़ा योगदान है। स्थानीय माली समाज और सरकारी कर्मचारी हर वर्ष आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
FAQ
आलमी तब्लीगी इज्तिमा क्या है?
यह इस्लामिक जमात का धार्मिक समागम है।
इज्तिमा में कितने लोग आते हैं?
लगभग पांच लाख जमाती इस आयोजन में हिस्सा लेते हैं।
इस साल इज्तिमा कब शुरू हुआ?
यह 29 नवंबर को फजिर की नमाज से शुरू हुआ।
इज्तिमा स्थल पर क्या सुविधाएं हैं?
रियायती खानपान, वुजू के लिए नल, पार्किंग और मेडिकल सेवाएं।
सामूहिक निकाह की क्या खासियत है?
सामूहिक निकाह सादगी और धर्म के अनुसार आयोजित किए जाते हैं।