JAIPUR. मध्य प्रदेश की सीमा से सटे राजस्थान के धौलपुर जिले में प्रदेश का 5वां टाइगर रिजर्व कॉरिडोर बनाया जाएगा। धौलपुर में प्रस्तावित टाइगर रिजर्व कॉरिडोर का नक्शा जारी हो गया है। विभाग की ओर से जल्द गांवों के विस्थापन के लिए सर्वे का शुरू होगा। वहीं इस बार विस्थापन के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की नई गाइडलाइन के अनुसार मुआवजा राशि को बढ़ाया गया है। धौलपुर-सरमथुरा-करौली टाइगर रिजर्व राजस्थान का 5 वां और भरतपुर संभाग में दूसरा टाइगर रिजर्व होगा।
कॉरिडोर का नक्शा जारी, ये एरिया किए गए शामिल
वन विभाग के प्रस्ताव के मुताबिक- धौलपुर टाइगर रिजर्व कॉरिडोर का नक्शा जारी हो गया है। इसमें धौलपुर के बथुआखोह, रिझोनी, खुदिर्या मेन, झिरी, दमोह, सोने का गुर्जा, रामसागर, मदनपुर, कुदिन्ना टाइगर के प्रोटेक्टेड फॉरेस्ट होंगे। धौलपुर टाइगर रिजर्व के नक्शे में जंगल की बाउंड्री, जिला बाउंड्री, कोर जोन एरिया, बफर एरिया, रेवेन्यू बफर एरिया, नेशनल चंबल सेंचुरी, सेंचुरी बाउंड्री और केसरबाग सेंचरी बाउंड्री को शामिल किया है। नए टाइगर रिजर्व का कुल एरिया 1058 वर्ग किमी होगा। 368 वर्ग किलोमीटर का कोर एरिया और 690 वर्ग किलोमीटर का बफर एरिया रहेगा। करौली का 197 वर्ग किलोमीटर और धौलपुर का 170 वर्ग किलोमीटर का वन क्षेत्र कोर एरिया में शामिल होगा।
एनटीसीए की नई गाइडलाइन के अनुसार बढ़ाया गया मुआवजा
टाइगर रिजर्व कॉरिडोर को लेकर जिन गांवों के विस्थापन होना है उसको लेकर जल्द ही सर्वे का शुरू होगा। एनटीसीए की नई गाइडलाइन के अनुसार मुआवजा राशि को बढ़ाया गया है। वहीं इसमें काफी सुधार के संशोधन भी हुए हैं, जिससे विस्थापन के लिए स्वैच्छिक प्रक्रिया में गांव के लोग आगे आएंगे और विस्थापन में मुआवजा पैकेज उन्हें इस ओर लुभाएगा। विस्थापन के बाद ग्रामीणों के लिए कैश और लैंड दो पैकेज होंगे । दोनों में से कोई भी पैकेज लिया जा सकता है, लेकिन उसका आधार 15 लाख रुपए पर ही आधारित होगा। परिवार में 18 साल वाले सभी पुरुषों को 15 लाख के हिसाब से मुआवजा मिलेगा। विस्थापित होने वाले एक परिवार को सरकार 15 लाख रुपए देगी। इसमें 18 साल से ज्यादा उम्र वाले व्यक्ति को एक परिवार माना गया है। यदि किसी परिवार में 4 लोग 18 साल से ऊपर हैं तो उन्हें 60 लाख मुआवजे के रूप में मिलेंगे।
धौलपुर के 50 गांव विस्थापन के दायरे में आएंगे
उपवन संरक्षक अनिल कुमार यादव ने बताया धौलपुर टाइगर रिजर्व का नक्शा तैयार किया है। इसमें धौलपुर में करीब 50 गांव विस्थापन के दायरे में आएंगे। छोटे- बड़े इन गांवों की सूची और चिह्नित करने में अभी टाइम लग रहा है। सभी काम तेजी से जारी हैं। अभी तो ग्रामीणों से समझाइश कर उन्हें विस्थापन और मुआवजा राशि के बारे में बताकर सहमति पत्र लेना प्राथमिकता है। ग्राफ में दर्शाया गया क्षेत्र टाइगर रिजर्व के लिए प्रस्तावित है।
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राजस्थान में वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
राजस्थान में 5वां टाइगर रिजर्व घोषित होने और रिजर्व बनने के बाद आने वाले समय में टाइगर और टाइग्रेस को बेहतर टेरेटरी मिल सकेगी। साथ ही पर्यटन में भी बढ़ोतरी होगी। इससे करौली, धौलपुर, भरतपुर जिलों में टूरिज्म से जुड़े क्षेत्रों में रोजगार भी बढ़ेंगे। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व एरिया में बाघों के दबाव कम होगा।