जितेंद्र सिंह, GWALIOR. प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज होते ही दलबदल की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं। सबसे ज्यादा टूट-फूट बीजेपी में होने की आशंका है। सत्ता के लालच में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए कई नेता अब अपने निर्णय पर पछतावा कर रहे हैं। ऐसा ही एक नाम एदल सिंह कंसाना का सामने आया है। वे कांग्रेस की सरकार गिराने में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ खड़े थे और बीजेपी में पहुंच गए थे। मुरैना की सबलगढ़ सीट से कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाह का आरोप कि कंसाना अब बीजेपी में जाकर पछता रहे हैं और कांग्रेस में लौटने के लिए कमलनाथ व दिग्विजय सिंह के यहां चक्कर काट रहे हैं। कई अन्य वरिष्ठ बीजेपी नेता भी कांग्रेस में आने को आतुर हैं। हालांकि, इस मामले में जब केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल किया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
भाजपा में जाकर हारे थे चुनाव
एंदल सिंह कंसाना 2018 में कांग्रेस के टिकट पर मुरैना की सुमावली विधानसभा से जीते थे और कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे, लेकिन सिंधिया ने जब तख्तापलट किया तब कंसाना भी उनके साथ बीजेपी में चले गए थे। दुर्भाग्य यह रहा कि 2020 में उपचुनाव में कंसाना इस सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव हार गए। तभी से वे निराश नजर आने लगे हैं।
अजब सिंह कुशवाह ने ललकारा था
2018 के चुनाव में अजब सिंह कुशवाह ने बसपा से चुनाव लड़ा था और एदल सिंह ने कांग्रेस से। कंसाना जीत गए थे। 2020 में बाजी पलट गई। अजब सिंह कुशवाह बसपा छोड़कर कांग्रेस में चले गए और उप चुनाव में जीत गए। बीजेपी से एंदल सिंह को पराजित कर दिया। चुनाव के दौरान कई जगह हिंसा हुई थी। इसलिए जीत की घोषणा ही अजब सिंह कुशवाह ने मीडिया के सामने इंटरव्यू देते हुए कंसाना को ललकारा था और कहा था कि वे गुंडागर्दी बंद कर दें। कंसाना जहां कहेंगे मैं (अजब सिंह) वहीं आ जाऊंगा। हालांकि, बाद में अजब सिंह कुशवाह पर जमीन की धोखाधड़ी के करीब एक दर्जन मामले दर्ज हो चुके हैं।
बैजनाथ कुशवाह के यह बयान सामने आया
मुरैना की सबलगढ़ विधानाभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाह ने दावा किया है कि, ''आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में मध्य प्रदेश में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनने वाली है। बीजेपी नेता यह जानते हैं। इसी भय से उन्होंने अभी से कांग्रेस ज्वाइन करने की कवायद शुरू कर दी है। एंदल सिंह कंसाना सहित कई अन्य बीजेपी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के यहां चक्कर काट रहे हैं।''
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सचिन पायलट के भी जुगाड़ लगाने की चर्चा
एंदल सिंह कंसाना जाति से गुर्जर है। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी इसी वर्ग से आते हैं। जाति विशेष में उनका बड़ा सम्मान है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस गुर्जर वोट को आकर्षित करने के लिए उनको स्टार प्रचारक बनाकर लाती है। मुरैना में चर्चा है कि एंदल सिंह कंसाना उनके माध्यम से पार्टी में वापसी की जुगाड़ में हैं। चर्चा यहां तक भी है कि उन्हें सचिन पायलट के और दिग्विजय सिंह के बंगले में जाते भी देखा गया है।