BHOPAL. आज के समय में गैजेट्स और स्मार्टफोन के अधिक प्रयोग से स्टूडेंट्स में कई समस्याएं आ रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों परीक्षा पर चर्चा में इस समस्या का हल बताया था। प्रधानमंत्री ने बच्चों को गैजेट्स से दूर रहने के लिए सलाह दी है। पीएम मोदी की इसी सलाह को अब मप्र की डॉ. मोहन यादव सरकार अमल में ला रही है।
स्मार्टफोन ने किताबों की ओर
मध्यप्रदेश में नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने प्लान तैयार किया है। जिसे एक अभियान के रूप में लागू किया जाएगा। बच्चों को स्मार्टफोन से कुछ समय के लिए दूर करके उन्हें किताबों की ओर लाने की प्लानिंग शुरू कर दी गई है। विभाग के कमिश्नर भारत यादव ने बताया कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा जो अपील की गई थी, उस दिशा में मध्य प्रदेश आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन और नगरीय प्रशासन विभाग के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में विभाग द्वारा प्लान तैयार किया जा रहा है।
413 नगरीय निकायों में बनाई जाएगी लाइब्रेरी
मध्यप्रदेश में इस प्लान के तहत प्रदेश के 413 नगरीय निकाय के परिसर में कम से कम एक लाइब्रेरी तैयार की जाएगी। यहां बच्चों-युवाओं को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यह लाइब्रेरी नगरीय निकाय परिसर में होगी। आमजनों के लिए यह उपलब्ध होगी। हाल की विभागीय बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा हुई थी। विभाग जल्द ही इस प्लान पर काम करने की योजना बना रहा है। इस व्यवस्था के लिए लिए बजट विभाग ही वहन करेगा।
पहले से चल रही लाईब्रेरी को बेहतर किया जाएगा
कमिश्नर भरत यादव ने आगे बताया कि कई निकायों में पहले ही लाइब्रेरी संचालित हैं, उन्हें और बेहतर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हर लाइब्रेरी में कुछ अखबार और पत्रिकाएं रखी जाएंगी। ऐसी व्यवस्था की जाएगी ताकि लाइब्रेरी में आने वाले लोग स्मार्टफोन को न चला पाएं। नगरपालिका, नगरपरिषद जैसे छोटे निकायों में एक लाइब्रेरी तैयार की जाएगी। वहीं, भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर जैसे बड़े नगर निगमों में अधिक लाइब्रेरी बनाए जाने का प्लान है।
भोपाल में अभी यह है व्यवस्था
भोपाल नगर निगम द्वारा वर्तमान में 6 लाइब्रेरी संचालित की जा रही हैं। जल्द ही 6 और लाइब्रेरी शुरू की जा सकती हैं। एमपी नगर, अशोका गार्डन, कोलार, करोंद और मिसरोद क्षेत्र में ये लाइब्रेरी अगले 6 महीनों में बनकर तैयार होने का अनुमान है।