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वेंकटेश कोरी, JABALPUR. प्रशासन के साथ कई बार की चर्चा जब नाकाम हुईं तो अब किसान सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो गए हैं। भारतीय किसान संघ के बैनर तले जबलपुर के पाटन और मझौली तहसील में किसानों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। जबलपुर जिले में धान खरीदी के दौरान भारी गड़बड़ियों का खुलासा हुआ था, जिससे किसानों को हो रही परेशानियों को देखते हुए भारतीय किसान संघ ने दखल देते हुए किसानों को राहत दिलाने की प्रशासन से मांग की थी।
किसानों की समस्याएं जस की तस
भारतीय किसान संघ के 48 घंटे के अल्टीमेटम से प्रशासन हरकत में तो आया, लेकिन किसानों की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। प्रभारी कलेक्टर और प्रशासन के अन्य अधिकारियों के साथ हुई बैठक में किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए सहमति जरूर बनी थी, लेकिन कोई कार्रवाई न होने से किसानों का गुस्सा भड़क उठा है और उन्होंने तहसील स्तर पर आंदोलन शुरू कर दिए हैं।
RSS से जुड़ा संगठन है भारतीय किसान संघ
भारतीय किसान संघ को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS का अनुषांगिक संगठन माना जाता है। यही वजह है कि भारतीय किसान संघ के 48 घंटे के अल्टीमेटम के बाद प्रशासन हरकत में आया और आनन-फानन में भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों के साथ प्रभारी कलेक्टर अपर कलेक्टर के साथ ही प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक की और जल्द से जल्द समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया। इसके बाद भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने एक सप्ताह तक अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया। एक सप्ताह बीतने के बाद भी किसानों की समस्याएं जस की तस बनी रही। भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल के मुताबिक मजबूर होकर भारतीय किसान संघ से जुड़े पदाधिकारी और किसानों ने मोर्चा खोल दिया है और पहले दिन शुक्रवार को पाटन और मझौली तहसील में आंदोलन शुरू कर दिए गए हैं।
धरना स्थल पर ही खाना बना रहे किसान
अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर रहे भारतीय किसान संघ से जुड़े पदाधिकारी और किसान धरना स्थल पर ही अपने लिए खाने की व्यवस्था कर रहे हैं। तहसील कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान धरना स्थल पर ही चूल्हा जलाकर अपने लिए खाने का इंतजाम कर रहे हैं।
ये हैं किसानों की समस्याएं
भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि जिला प्रशासन के द्वारा धान खरीदी केंद्रों पर किसी भी प्रकार की व्यवस्थाएं उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। बारदानों की कमी लगातार बनी हुई है, परिवहन और भंडारण में भी अव्यवस्थाओं का मंजर दिख रहा है। सर्वेयरों की मनमानी के चलते किसान हलकान हो चुके हैं। वेयरहाउस लिंकेज से लेकर स्लॉट बुकिंग में समस्याएं आ रही है इसके अलावा सर्वर की समस्या और ब्लैकलिस्टेड वेयरहाउसों में रखी किसानों की धान की खरीदी की प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो पा रही है। भारतीय किसान संघ के प्रांत संगठन मंत्री भरत पटेल के मुताबिक इन तमाम व्यवस्थाओं को देखते हुए भारतीय किसान संघ खरीदी की तिथि बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन के लिए मजबूर हुआ है।