BHOPAL. सायबर क्राइम के चलते एक परिवार के जान देने के मामले को सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस अफसरों की बैठक बुलाकर ऐसे अपराधों पर रोक लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं। सीएम ने पुलिस को इस मामले में कार्रवाई करने के लिए फ्री हैंड दिया है। बैठक में डीजीपी सुधीर सक्सेना, पीएस गृह राजेश राजौरा, एडीजी इंटेलीजेंस आदर्श कटियार, भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा और मुख्यमंत्री के ओएसडी अंशुमन सिंह शामिल थे।
ऑनलाइन लोन एप से फंसा परिवार कर चुका है आत्महत्या
तीन दिन पहले भोपाल के नीलबड़ इलाके में एक ही परिवार के 4 लोगों ने सामूहिक आत्महत्या कर ली थी। मृतक परिवार ने अपने सुसाइड नोट में बताया था कि किस तरह से वह ऑनलाइन लोन एप के झांसे में आकर फंस गए और उनके कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता ही गया। यह मामला पूरे देश में एकदम से चर्चा में आया था। उसके बाद से ही पुलिस और सरकार सक्रिय हुई है। दूसरी तरफ राजधानी में एक के बाद एक कई साइबर फ्रॉड की शिकायतें सामने आ रही हैं। इसको लेकर भी पुलिस की चिंता बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने बुलाई अफसरों की बैठक
साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ने से चिंतित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज एक बैठक बुलाई। इस बैठक में डीजीपी सुधीर सक्सेना, पीएस गृह राजेश राजौरा, एडीजी आदर्श कटियार, भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी और मुख्यमंत्री के ओएसडी अंशुमन सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस तरह के ज्यादातर एप रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से रजिस्टर्ड नहीं हैं। वही यह विदेशों से ऑपरेट हो रहे हैं। इस कारण इन एप को संचालित करने वाले आरोपियों तक पहुंचने में पुलिस को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री के निर्देश
- ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अवेयरनेस कैंपेन चलाया जाएगा।
भोपाल पुलिस ने जारी की एडवाइजरी :
- किसी भी लोन ऐप का उपयोग करने से पहले उसकी पूरी पड़ताल करें। ऐप और उसके डेवलपर्स की वैधता को जांच लें।