संजय गुप्ता, Indore. मप्र सरकार चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले आरबीआई से जुलाई से सितंबर माह के बीच तीन माह में दस हजार करोड़ का कर्ज लेगी। यह जानकारी आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) द्वारा जारी बुलेटिन में ही सामने आया है। इसमें जुलाई में एक बार और अगस्त व सितंबर माह में दो-दो बार में यह कर्ज लिया जाएगा। हर बार दो-दो हजार करोड़ का कर्ज लिया जाएगा। आरबीआई को मप्र सरकार द्वारा इसकी सूचना दे दी गई है। माना जा रहा है कि हाल के समय मे जिस तरह से मप्र में बीजेपी सरकार ने अपना खजाना सरकारी योजनाओं के लिए खोला है और हर वर्ग में मानदेय बढ़ाया है, यह सब उसी की नतीजा है। खासकर इसे लाड़ली बहना योजना के कारण आए आर्थिक बोझ के रूप में देखा जा रहा है जिसे मप्र बीजेपी सरकार चुनाव के पहले गेमचेंजर बता रही है। इस योजना में हर माह औसतन एक हजार करोड़ का खर्च है। मप्र में करीब सवा करोड़ लाड़ली बहना के हितग्राही है, जिन्हें हर माह एक हजार रुपए मिलने हैं।
कब-कब लेगी मप्र सरकार कर्ज
आरबीआई बुलेटिन के अनुसार मप्र सरकार इस तिमाही में 18 जुलाई, 14 अगस्त, 29 अगस्त, पांच सितंबर और फिर 21 सितंबर को दो-दो हजार करोड़ का कर्ज उठाएगी। उल्लेखनीय है कि अक्टूबर माह के पहले सप्ताह में चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी।
- यह भी पढ़ें
लाड़ली बहना योजना में ही पांच साल में 61890 करोड़ खर्च होंगे
मप्र सरकार ने लाड़ली बहना योजना के लिए जो प्रारंभिक तौर पर रोड मैप बनाया था, उसके अनुसार यदि स्कीम की राशि एक हजार रुपए ही रहती है तो फिर इस साल 10166 करोड़ रुपए खर्च होंगे और पांच सालों में 61 हजार 890 करोड़ रुपए इसी स्कीम में खर्च किए जाएंगे। यदि जैसा सीएम ने घोषणा की है कि इस स्कीम में राशि बढ़ाते जाएंगे और इसे तीन हजार तक ले जाएंगे, तो ऐसी स्थिति में यह अनुमानित राशि भी काफी बढ़ जाएगी।
मुफ्त वाली स्कीम में हर साल 22 हजार करोड़ खर्च
मप्र सरकार मुफ्त वाली स्कीम में हर साल 22 हजार करोड़ का खर्च करती है। मप्र पर अभी तीन लाख 30 हजार करोड़ का खर्च है, यानि प्रदेश के हर व्यक्ति पर औसतन 47 हजार का कर्जा है। इसके पहले मप्र सरकार जनवरी से जून तक इस बर 11 बार लोन ले चुकी है और लोन की राशि 29 हजार करोड़ है।
इस साल कब-कब लिया मप्र सरकार ने कर्जा
25 जनवरी 2023- 2000 करोड़
02 फरवरी 2023- 3000 करोड़
09 फरवरी 2023- 3000 करोड़
16 फरवरी 2023-3000 करोड़
23 फरवरी 2023- 3000 करोड़
02 मार्च 2023- 3000 करोड़
09 मार्च 2023- 2000 करोड़
17 मार्च 2023- 4000 करोड़
24 मार्च 2023- 1000 करोड़
29 मई 2023- 2000 करोड़
14 जून 2023- 4000 करोड़