Bhopal. 18 जून रविवार को आईआईटी-जेईई एडवांस का रिजल्ट जारी हो गया। इत्तेफाक से फादर्स डे के मौके पर जारी किए गए इस रिजल्ट के जरिए सैकड़ों पिता को उन बच्चों ने काफी बड़ा उपहार दिया है, जो इस परीक्षा में सफल हुए हैं। भोपाल की बात की जाए तो सोहम सहस्त्रबुद्धे ने ऑल इंडिया रैंक में 487वीं रैंक हासिल की है। वे भोपाल के टॉपर बने हैं। वहीं संकल्प ओंकार ने 598वीं रैंक हासिल की और शहर के सेकेंड टॉपर बने हैं।
आर्यमन और ऋषिन ने भी मारी बाजी
इसी तरह भोपाल के आर्यमन राठौर ने 696वीं और ऋषिन अग्रवाल ने 1100वीं रैंक हासिल की है। एससी कैटेगिरी में विनम्र पाटिल ने 550वीं रैंक बनाई तो ईडब्ल्यूएस कैटेगिरी में अंशिका जैन को 588वीं रैंक के साथ सफलता हाथ लगी है।
छत्तीसगढ़ के छात्रों ने भी लहराया परचम
रायपुर के विराज विजय कुमार लिल्हारे ने 459 रैंक, नमन शर्मा ने 518 रैंक और नीलाक्ष मलिक ने 1080 रैंक हासिल करने में कामयाब रहे। इनके अलावा चैतन्य धवन, लक्ष्य खिलवानी, जसमीत सिंह, स्वपनिल मदान, ताहेर हुसैन भी जेईई परीक्षा क्रैक में सफल हुए हैं। सफल छात्रों ने पढ़ाई करने में मन लगे और एकाग्रता बढ़े, इसके लिए मेडिटेशन का सहारा लिया। छात्रों ने बताया कि रोज 10 से 12 घंटे की पढ़ाई करने बाद कामयाबी मिली।
हर दिन टॉपिक चयन कर लक्ष्य तैयार किया: ध्रुव
बिलासपुर के ध्रुव जैन ने जेईई एडवांस्ड में ऑल इंडिया रैंक 36वां हासिल किया। ध्रुव ने बताया कि बचपन से ही आर्चरी (तीरंदाजी) उनका पैशन रहा है। आर्चरी में नेशनल लेवल पर खेल चुका हूं। 9वीं क्लास में गणित में ज्यादा मन लगने लगा, इसके बाद जेईई की तैयारी करने का फैसला लिया। कोर्स की पढ़ाई के साथ-साथ जेईई के पेपर की पढ़ाई करता था। हर दिन एक विषय का टॉपिक सिलेक्ट कर उसका टारगेट तैयार करते थे और उसे शाम तक पूरी तरह से पढ़कर तैयार कर लेते थे। मैंने सेल्फ स्टडी ज्यादा की और डाउट क्लीयर करने में शिक्षकों की मदद ली। आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस करने का इरादा है।
86 नंबर पर गया कटऑफ
मोटिवेटर नीलेश चौधरी ने बताया कि इस साल कटऑफ नंबर 86 रहा जो कि पिछले साल के मुकाबले काफी हाई रहा। बीते साल इसी परीक्षा का कटऑफ 57 नंबर के करीब था। उन्होंने बताया कि भोपाल के सभी सफल छात्रों को मनपसंद आईआईटी मिल सकता है, हालांकि ब्रांच कौन सी मिलेगी यह देखने वाली बात होगी।
करीब 1 लाख 80 हजार स्टूडेंट ने दी थी परीक्षा
इस साल करीब 1 लाख 80 हजार छात्र इस परीक्षा में बैठे थे। जिनमें से करीब 43 हजार सफल हुए हैं। बीते साल के मुकाबले कटऑफ काफी हाई रहा। हालांकि बताया जा रहा है कि पेपर बीते साल जैसा ही था। सफल हुए छात्रों ने अपनी सफलता के पीछे माता-पिता और परिवार से मिले हौसले का हाथ बताया है। वहीं इतनी कड़ी मेहनत के बाद बच्चों को मिली सफलता से उनके माता-पिता भी फख्र महसूस कर रहे हैं। सोहम के पिता ने फादर्स डे के दिन मिली इतनी बड़ी खुशखबरी के लिए ईश्वर का धन्यवाद दिया है।
टाइम मैनेजमेंट से क्रेक कर सकते हैं आईआईटी
सफल हुए छात्रों में सभी का यही कहना था कि आईआईटी टफ तो है लेकिन कड़ी मेहनत और टाइम मैनेजमेंट के जरिए इसे क्रेक किया जा सकता है। परीक्षा के दौरान पेशेंस रखना बहुत जरूरी है।