BHOPAL. रविवार को प्रदेश में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का इस्तीफा सोशल मीडिया में काफी वायरल हुआ। दिग्विजय सिंह के नाम वाले लेटरहेड पर इस्तीफे की इबारत जमकर वायरल हुई, शाम तक दिग्विजय सिंह की ओर से खंडन भी आ गया। वहीं अब कांग्रेस इस मामले को लेकर पुलिस के पास तक जा पहुंची है। कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने हबीबगंज थाने में अज्ञात शख्स पर एफआईआर दर्ज कराई है। हालांकि एफआईआर में यह उल्लेख है कि किसी अज्ञात शख्स ने फर्जी दस्तावेज तैयार किया और फिर उसे बीजेपी नेता हितेश वाजपेयी ने अपनी सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट किया। कांग्रेस ने इसे अपने वरिष्ठ नेता की छवि धूमिल करने, बदनाम करने और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर सोशल मीडिया में वायरल करने का कृत्य मानकर कार्रवाई की मांग की है।
कहीं FIR का बदला एफआईआर तो नहीं
बता दें कि इससे पहले 8 अक्टूबर को ही बीजेपी की ओर से कांग्रेस नेता केके मिश्रा पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी। केके मिश्रा ने टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति के वीडियो का एडिट वर्जन पोस्ट किया था। जिसमें केबीसी के सवाल को एडिट कर उसे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से संबंधित प्रश्न बना दिया गया था। उक्त सवाल यह था कि किस प्रदेश के मुख्यमंत्री को घोषणा मशीन कहा जाता है। ताज्जुब की बात यह है कि अब केके मिश्रा ने अज्ञात शख्स पर जो एफआईआर कराई है उसमें लगाई गई धाराएं वही हैं, जिनके तहत बीजेपी मिश्रा के ऊपर एफआईआर दर्ज करा चुकी है।
दिग्विजय पहले ही इस्तीफे को बता चुके हैं फर्जी
इससे पहले रविवार को ही सोशल मीडिया पर इस्तीफा दिए जाने की खबरें फैलने के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बयान जारी कर बताया था कि सोशल मीडिया में वायरल इस्तीफा फर्जी और डॉक्टर्ड है। उन्होंने इसके पीछे बीजेपी को जिम्मेदार बताया था।
मामले की होगी जांच
पुलिस ने केके मिश्रा की शिकायत पर एफआईआर तो दर्ज कर ली है, जिसकी जांच की जाएगी। ताज्जुब इस बात का भी है कि कांग्रेस ने एफआईआर में बीजेपी नेता का नाम तो लिया है लेकिन एफआईआर अज्ञात के नाम पर कराई है। इसको लेकर पर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।