Jabalpur. भारत सहित समूचे विश्व में 9वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जबरदस्त उत्साह और उमंग से मनाया गया। इसी क्रम में मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के मुख्य आतिथ्य में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन गैरिसन ग्राउंड में हुआ। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के इस आयोजन के लिए शासन-प्रशासन शासन स्तर पर व्यापक तैयारियां हुई। परंतु इन तैयारियों में कुछ बड़ी चूक भी हुई। जिन गलतियों को लेकर अब विरोध के स्वर फूट रहे हैं। भाजपा की राज्यसभा सदस्य सुमित्रा बाल्मीकि ने जहां आमंत्रण पत्र में अपना नाम न होने और तवज्जो न मिलने की शिकायत मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से की है। वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने भी कार्यक्रम को भाजपामय बनाने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं आमंत्रण पत्र में एक केंद्रीय मंत्री का नाम भी गलत प्रिंट होने की चर्चा है।
राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीकि ने कहा कि इस घटना से मैं बहुत ही आहत हुई हूं क्योंकि जब प्रोटोकाल अधिकारी वहां थे, कलेक्टर थे, इसके बावजूद भी मेरा अपमान किया गया। राज्यसभा सांसद ने कहा कि मेरे साथ जो भी घटनाक्रम हुआ वह या तो जानबूझकर किया गया है, या फिर पद की गरिमा नही है, या फिर प्रशासनिक अधिकारी अनूसूचित जाति होंने के कारण सुमित्रा बाल्मिक की बेइज्जती कर रहें है। राज्यसभा सांसद ने अपने साथ हुए बर्ताव की शिकायत नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम और प्रदेश अध्यक्ष से की है।
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मैं छिंदवाड़ा में थी तब मेरे पास जबलपुर अपर कलेक्टर का फोन आया था, उन्होंने मुझसे पूछा कि 21 जून को उपराष्ट्रपति जबलपुर आ रहे हैं आप क्या जबलपुर में रहेंगे। इस पर मैंने कहा कि हमारे पार्लिमेंट के उपराष्ट्रपति जबलपुर आ रहे हैं तो मैं 20 और 21 जून को जबलपुर में ही रहूंगी। जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी थी बावजूद इसके योग दिवस के कार्ड में नहीं मेरा नाम लिखवाया गया और ना ही मंच पर मेरे लिए कुर्सी रखी गई। 21 जून को तो मंच पर मेरी जिला प्रशासन ने इस कदर बेज्जती की की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आगे आकरमेरे लिए कुर्सी लगवानी पड़ेगी। जिला प्रशासन के इस कार्य स्थानी की मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वीडियो शर्मा से शिकायत कर दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
विवेक तन्खा और मेयर को भी नहीं मिली तवज्जो
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि प्रशासन ने इस पुनीत अवसर को बीजेपी का इवेंट बना दिया। उन्होंने लिखा कि 21जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस योग प्रथा भारत का गर्व है। कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति मुख्य अतिथि रहे। प्रदेश और शहर प्रशासन ने इस पुनीत अवसर को बीजेपी का पार्टी इवेंट बना दिया। यही नही शहर के प्रथम नागरिक महापौर को भी कार्यक्रम से किनारे रखा गया। बता दें आमंत्रण पत्र में प्रोटोकॉल के तहत राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा का नाम भी नहीं था, इसी तरह शहर के प्रथम नागरिक महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने भी आरोप लगाया था कि उन्हें योग दिवस कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया। आयोजन में कांग्रेस नेताओं की गैरमौजूदगी रही।