सूर्यप्रताप सिंह जाट, BHOPAL. भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लोकसभा और राज्यसभा के 146 सांसदों के निलंबन के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव शामिल हुए। इनके अलावा जिला कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
यह लोकतंत्र की हत्या है
पटवारी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज जो सांसदों को निलंबित किया गया है ये सांसदों का निलंबन नहीं देश के लोकतंत्र की हत्या है। मुझे भी पिछले विधानसभा सत्र में निलंबित किया गया था। बिना बात के निलंबित किया गया था अब ये लोकतंत्र की हत्या नहीं तो क्या है।
ईवीएम पर भी उठाया सवाल
पटवारी ने कहा, भारतीय लोकतंत्र का अनुसरण पूरी दुनिया करती है। आज भारत की चुनाव प्रणाली पर कई प्रश्न उठने लगे हैं। दुनिया के सबसे आधुनिक देश जिनने ईवीएम इजाद किया उन्होंने इसका उपयोग कर इससे छोड़ दिया और हमारे देश में जिस तरह के चुनाव के रिजल्ट आते हैं कि भरोसा नहीं होता है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव पर कसा तंज
पटवारी ने कहा हमारे नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संकल्प पत्र को गीता और बाइबल कहा और गीता की तरह की इसका पालन किया है। उन्हें पता होना चाहिए कि पिछला संकल्प पत्र आधा भी पूरा नहीं हुआ, तो उनकी बातों पर कैसे भरोसा किया जाए।
तानाशाही से बनाए गए मुख्यमंत्री
पटवारी ने पीएम मोदी और शाह पर तानाशानी का आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों नेता अपनी ही पार्टी में तानाशाही चला रहे हैं। मुख्यमंत्री के चयन में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से ही राय नहीं ली गईं। ये तानाशाही नहीं तो और क्या है।