संजय गुप्ता, INDORE. सीधी में हुए पेशाब कांड में इंदौर में जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेश मुजाल्दा और पत्रकार अभिषेक के खिलाफ एमजी रोड थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद अब साउथ के चर्चित फिल्म अभिनेता प्रकाश राज के खिलाफ भी पुलिस में शिकायत हो गई है।
अभिलाष थिरूवोथ के खिलाफ भी शिकायत हुई है
शिकायकर्ता व बीजेपी के विधि प्रकोष्ठ के महानगर संयोजक निमेष पाठक के बयान भी पुलिस ने दर्ज कर लिए हैं। इसके साथ ही यह ग्राफिक, पोस्टर बनाने वाले साउथ के कलाकार अभिलाष थिरूवोथ के खिलाफ भी शिकायत हुई है। इसके पहले छोटी ग्वालटोली में गायिका नेहा राठौर के खिलाफ भी संघ द्वारा शिकायत जा चुकी है, जिन पर भोपाल में एफआईआर भी दर्ज हुई थी। इन सभी पर संघ के खिलाफ विदोषपूर्ण पोस्ट करने की शिकायत हुई है। जयस नेता लोकेश मुजाल्दा पर धारा 153 ए, 504, 505 (2) और 67 लगाई गई है।
यह हुई है शिकायत
अधिवक्ता निमेष पाठक ने थाने में शिकायत करते हुए कहा कि टिव्टर यूजर प्रकाश राज द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई है। जिसमें संघ की वेशभूषा में एक व्यक्ति दिखाया गया जिसके सर पर संघ की काली टोपी है, खाकी निकर साइड में पड़ी दिखाई दे रही है। यह किसी अन्य व्यक्ति पर पेशा करता दिख रहा है। यह संघ के पहनावे के साथ इस प्रकार का चित्रण करना प्रवेश शुक्ला की ओर इशारा करता है। यह निश्चित ही संघ की छवि को प्रभावित करने और संघ का अपमान करने के लिए की गई सोची समझी रणनीति है। इसी तरह कलाकार अभिलाष द्वारा चित्र तैयार किया गया है। इस तरह का कृत्य जनमानस को भड़काने वाला है। इसके लिए इन पर आईटी एक्ट की धारा 67 के साथ ही 499, 504, 505 (2) व 295 ए का केस भी होना चाहिए।
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संघ की ओर से आई तीखी प्रतिक्रिया
संघ की ओर से इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया आई है। इसके बाद सभी जगह इन मामलों में शिकायत हो रही है। साथ ही संघ ने एफआईआर दर्ज होने के बाद इसे जगह-जगह सोशल मीडिया व अन्य जगह पर प्रचारित भी किया है, ताकि लोगों को सख्त संदेश जाए। प्रकरण दर्ज करवा चुके सुरेन्द्र सिंह अलावा ने कहा कि मैं अभिभाषक हूं तथा आदिवासी समाज से ही संबंध रखता हूं, सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए जब मुझे यह पोस्ट दिखी तो मैं अशांत हो गया तथा मेरी भावनाएं आहत हुई, मुझे लगा कि मेरी ही तरह अनेक लोगों की भावनाएं इसके कारण आहत हो सकती है इसलिए प्रकरण दर्ज कराया है। पाठक ने कहा कि लगातार यह पोस्टर सोशल मीडिया पर चलाकर संघ को बदनाम करने और आमजन की भावनाएं भड़काने का काम किया जा रहा है। आपत्ति लिए जाने और एफआईआर होने के बाद कुछ लोगों द्वारा इसे डिलीट किया जा रहा है, लेकिन अभी भी यह मैसेज फॉरवर्ड हो रहे हैं और लोग बाज नहीं आ रहे हैं।