RAIPUR. जनता की पुलिस से हमेशा शिकायत रहती है कि वाहन चालक रॉन्ग साइड से गाड़ी चलाते हैं। जिसके कारण ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ जाती है। लेकिन राजधानी रायपुर में आप पुलिस ने बेहद सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है। यहां अब अगर गलत दिशा से सड़क पर गाड़ी चलाई जाएगी तो टायर नहीं बचने वाले हैं। रायपुर पुलिस में सड़क पर टायर किलर लगाना शुरू कर दिया है। इस टायर किलर का प्रभाव सिर्फ रॉन्ग साइड से आने वाले गाड़ी चालकों के लिए होगा।
रॉन्ग साइड से गाड़ी चलाना पड़ेगा भारी
नगर निगम और पुलिस ने रायपुर की कुछ सड़कों पर स्पीड ब्रेकर नुमा टायर किलर लगवाए हैं। राजधानी रायपुर के सड़कों पर लगाया गया यह सिस्टम टायर्स के लिए घातक होगा। जिस सड़क पर यह सिस्टम लग गए हैं, यदि वहां से रॉन्ग साइड से कोई वाहन आता है तो टायर किलर के नुकीले लोहे के दांत टायर में घुस जाएंगे और टायर फट जाएगा। टायर किलर इतने खतरनाक हैं कि जो भी टायर इनके शिकार होंगे, उन्हें पंचर बनाने से काम नहीं चलेगा। उन टायर को सीधे बदलवाना ही पड़ेगा।
कहां- कहां लगे टायर किलर?
रायपुर पुलिस की पहल के साथ की कई सड़कों पर टायर किलर्स लगा दिए गए हैं। रायपुर की रिंग रोड नंबर एक ढाबे के पास, फाफाडीह एक्सप्रेस वे और गौरव पथ मल्टी लेवल पार्किंग के पास इन टायर किलर्स को शुरुआती दौर में लगाया गया है। पुलिस के अधिकारी का कहना है कि जल्द ही यह पूरे रायपुर शहर के सड़कों पर दिखाई देंगे, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था में भी सुधार आएगा।
पहले भी लगाए गए हैं ये टायर किलर्स
रॉन्ग साइड मूवमेंट पर नकेल कसने ये पहल पुलिस ने छेड़ी है। मिली जानकारी के अनुसार यह टायर किलर दिल्ली से मंगवाए गए हैं। कुछ महीने पहले भी इन्हें लगाया गया था मगर बाद में तकनीकी कारणों से निकाल दिया गया था। इस बार इन्हें हमेशा के लिए इन्स्टॉल किया गया है। देश के कई बड़े शहरों में टायर किलर्स ब्रेकर लगाए गए हैं। इसके बेहतर रिजल्ट सामने आए हैं। रांग साइड चलने वाले वाहन चालकों में लगातार कमी आई है।
क्या होता है टायर किलर?
टायर किलर एक प्रकार का स्पीड ब्रेकर होता है, लेकिन वह एक साइड से नुकीला होता है, जहां आप सही दिशा में अगर आप ड्राइविंग करते हैं तो ये स्पीड ब्रेकर का काम करेगा, वहीं अगर आप उल्टी दिशा में गाड़ी लेकर चलते हैं तो आपकी गाड़ी के टायर में नुकीले कील चुभ सकते हैं, टायर फट सकता है। इससे वाहन मालिक को काफी नुकसान हो जाता है। कई बार सामने के दोनों टायर भी खराब हो जाते हैं, जिससे हजारों का नुकसान हो जाता है।
इससे क्या होता है फायदा
सबसे पहले तो ड्राइवर ऐसे रास्ते पर रॉन्ग साइड पर जाने से कतराते हैं, जिससे संभावित दुर्घटना पर लगाम लगाया जाता है। वहीं रॉन्ग साइड से यदि कोई गाड़ी चलाते समय पकड़ा जाता है कि उसे भारी भरकम चालान का सामना करना पड़ता है। इससे संभावित कटने वाले चालान से भी राहत मिलती है। कुल मिलाकर टायर किलर से जान और धन दोनों की बचत होती है।