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मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान के एक और पूर्व राज परिवार मौन संपत्ति का विवाद सामने आया हैं और इसे लेकर थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई है। ये रिपोर्ट राजपरिवार की बेटी विधायक सिद्धि कुमारी ने अपनी बुआ और पूर्व महाराजा करणी सिंह की बेटी राज्यश्री के खिलाफ दर्ज कराई है। रिपोर्ट में धोखाधड़ी और गलत तथ्य पेश करने का आरोप लगाया गया है। FIR में कांग्रेस नेता ऋतु चौधरी समेत 3 अन्य के भी नाम भी हैं।
चुनाव के दौरान सिद्धि कुमारी की संपत्ति
विधानसभा चुनाव के दौरान सिद्धि कुमारी की ओर से संपत्ति के बारे में दिए गए शपथ पत्र में उनकी संपत्ति एक अरब से ज्यादा बताई गई थी। जबकि पिछले चुनाव में ये सिर्फ 8 करोड़ थी। तब बताया गया था कि ये बढ़ोतरी पैतृक संपत्ति मिलने के कारण हुई है। इस शपथ पत्र के बाद सिद्धि कुमारी की बुआ और पूर्व राजपरिवार की सदस्य राज्यश्री ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। इसके बाद ये विवाद गहराता गया और अब सिद्धि कुमारी ने बीकानेर एसपी तेजस्वनी गौतम को परिवाद पेश किया। इसके बाद बुधवार को सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
राज्यश्री कुमारी ने क्या कहा ?
इस मामले में राज्यश्री कुमारी ने कहा कि जो भी आरोप हमारे ऊपर लगाए गए हैं, वो झूठे हैं। हम हार्डवर्किंग लोग हैं, जो अपना काम कर रहे हैं। ये झूठी एफआईआर दर्ज कराना शर्मनाक है। हमारी लीगल टीम इनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। एसपी को दिए परिवाद में सिद्धि कुमारी ने अपनी बुआ राज्यश्री कुमारी पत्नी मयूर ध्वज गोहिल के साथ उनके निजी सहायक राजेश पुरोहित निवासी मुरलीधर व्यास के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। एफआईआर में तीन अन्य गौरव बिन्नाणी, पुखराज और कांग्रेस नेता ऋतु चौधरी के नाम भी हैं। ऋतु चौधरी विधानसभा चुनाव के दौरान बीकानेर की प्रभारी थी। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत कर जांच की मांग की थी।
FIR में क्या है ?
FIR में बताया कि उनकी संपत्ति को हड़पने के लिए राज्यश्री कुमारी, राजेश पुरोहित, गौरव बिन्नाणी, पुखराज और ऋतु चौधरी ने मिलकर धोखाधड़ी करते हुए फर्जी और गलत तरीके से दस्तावेज तैयार किए। कई जगह झूठे और गलत तथ्य भी पेश किए गए। मामले की जांच सदर थाने के एसआई महेंद्र सिंह को सौंपी गई है।
विधानसभा चुनाव के दौरान नवंबर महीने में विधायक सिद्धि कुमारी की बुआ और राज्यश्री ने चुनाव आयोग को शिकायत दर्ज कराई थी कि सिद्धि कुमारी ने गलत तथ्य पेश करते हुए संपत्ति का ब्योरा दिया है। इस शिकायत में राज्यश्री ने कहा कि एफिडेविट में कुछ तथ्यों को सिद्धि कुमारी ने छिपाया है, वहीं कुछ संपत्तियां विवादित हैं।
राज्यश्री कुमारी ने इस शिकायत में कहा था कि जूनागढ़ परिसर में प्राचीना नाम से जिस म्यूजियम का व्यवसायिक उपयोग हो रहा है, वो रिहायशी है और इसका व्यवसायिक उपयोग गलत हो रहा है। इसका एक मामला भी अपर जिला न्यायाधीश संख्या 6 में लंबित है। राज्यश्री ने इस संपत्ति में अपना चौथाई हिस्सा होने का दावा किया था।