JAIPUR. कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को राजस्थान में डूंगरपुर-बांसवाड़ा जिले में आदिवासियों के तीर्थस्थल माने जाने वाले मानगढ़ धाम आएंगें और विश्व आदिवासी दिवस पर आयोजित सभा को संबोधित करेंगे। इसी के साथ ही वे राजस्थान में कांग्रेस का चुनावी बिगुल भी फूंकेंगे। प्रदेश के चुनावी समर में अब तक बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व की कई सभाएं हो चुकी हैं, लेकिन कांग्रेस की ओर से किसी केन्द्रीय नेता की ये पहली सभा होगी।
मानगढ़ धाम समेत मध्यप्रदेश के कुछ क्षेत्रों को साधेगी कांग्रेस सरकार
मानगढ़ धाम राजस्थान के आदिवासी बहुल क्षेत्र डूंगरपरु-बांसवाड़ा जिले की सीमा पर स्थित है और आदिवासियों का तीर्थ माना जाता है। यहां राहुल की सभा राजस्थान में आदिवासी बहुल उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और राजसमंद जिलों को तो साधेगी ही साथ ही पड़ौसी मध्यप्रदेश के राजस्थान से लगते क्षेत्रों को इस सभा के जरिए साधा जाएगा। क्योंकि, राजस्थान और मध्यप्रदेश दोनों ही जगह दिसंबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं।
मानगढ़ धाम को लेकर हो सकती है बड़ी घोषणा
मानगढ़ धाम का ऐतिहासिक महत्व है और इसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग लम्बे समय से चली आ रही है, लेकिन पूरी नहीं हो रही है। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी यहां आए थे और उस समय भी ये मांग उठी थी, लेकिन प्रधानमंत्री इस विषय को गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों पर छोड़ गए और कह गए कि तीनों राज्यों के सीएम मिलकर फैसला कर लें और हमें बता दें, हम उसी हिसाब से निर्णय कर देंगे। लेकिन आज तक तीनों राज्यों के सीएम की बैठक नहीं हो पाई है। अब माना जा रहा है कि कल होने वाली सभा में सरकार की ओर से इस विषय सहित आदिवासिायें के लिए कुछ बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं।
चुनाव की दृष्टि से अहम है ये क्षेत्र
राजस्थान का दक्षिणी हिस्सा आदिवासी बहुल क्षेत्र है और इसे राजस्थान की राजनीति में बहुत अहम माना जाता है। यहां आदिवासी बुहुल 5 जिलों में अनुसूचित जनजाति के लिए 16 सीटें आरक्षित हैं और मौजूदा स्थिति की बात करें तो इन 16 में से सात पर बीजेपी, 6 पर कांग्रेस, 2 पर बीटीपी और एक पर निर्दलीय का कब्जा है। ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी यहां लगभग बराबर स्थिति में हैं। वहीं बीटीपी और निर्दलीय की बात करें तो दोनों ही कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं। ऐसे में देखा जाए तो कांग्रेस और सहयोगियों की संख्या बीजेपी से ज्यादा है। ऐसे में आने वाले चुनाव में ये सीटें बहुत अहम रोल अदा करेंगी। कांग्रेस ने दावा किया है कि राहुल की ये सभा प्रधानमंत्री की अब तक राजस्थान में हुई सभी सभाओं से बड़ी सभा होगी। सभा की सफलता के लिए प्रदेश अध्यक्ष गोविदं सिंह डोटासरा डूंगरपुर गए हुए हैं, वहीं कांग्रेस के अन्य नेता भी मौजूद हैं।
गहलोत के शामिल होने को लेकर संशय
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पैरों में चोट है। ऐसे में वे इस सभा में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए शामिल होंगे, इस पर संशय बना हुआ है।
राजस्थान के आदिवासी जिलों की एसटी रिजर्व सीटों की ये है मौजूदा स्थिति
बागीदौरा-बांसवाड़ा - कांग्रेस
बांसवाड़ा-बांसवाडा - कांग्रेस
गढ़ी बांसवाड़ा - बीजेपी
घाटोल बांसवाड़ा - बीजेपी
कुशलगढ़ बांसवाड़ा - निर्दलीय
आसपुर डूंगरपुर - बीजेपी
चैरासी डूंगरपुर - बीटीपी
डूंगरपुर डूंगरुपर - कांग्रेस
सागवाड़ा डूंगरपुर - कांग्रेस
धरियावद प्रतापगढ़ - कांग्रेस
प्रतापगढ़ - कांग्रेस
गोगुंदा उदयपुर - बीजेपी
झाडोल उदयपुर - बीजेपी
खैरवाड़ा उदयपुर - कांग्रेस
सलूम्बर उदयपुर - बीजेपी
उदयपुर ग्रामीण उदयपुर - बीजेपी