नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ समय प्रदेश में फर्जी बिल और शैल कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई के लिए 16 मई से 15 जुलाई तक विशेष अभियान चलाया गया था। इस दौरान ढाई सौ से ज्यादा व्यापारियों के रिटर्न में गड़बड़ी मिली। जिसके बाद अब सेंट्रल जीएसटी इन व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।ज्यादातर व्यापारियों ने कारोबार के गलत आंकड़े पेश किए हैं।
250 से ज्यादा व्यापारियों के रिटर्न में गड़बड़ी
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में फर्जी बिल और सेल कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई के लिए 16 मई से 15 जुलाई तक विशेष अभियान शुरू किया गया। इस दौरान टीम ने 2 साल के जीएसटी रिटर्न खंगाले। जिसमें 250 से ज्यादा व्यापारियों के रिटर्न में बड़ी गड़बड़ी देखने को मिली है। ज्यादातर व्यापारियों ने कारोबार के गलत आंकड़े पेश किए हैं। कुछ व्यापारियों के कारोबार में 2 साल में बड़ी तेजी आई लेकिन इस साल अचानक गिरावट आई है। जीएसटी में सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा करने वालों में चावल स्टील और कंस्ट्रक्शन आइटम में फर्जी कंपनियां बनाकर इनपुट टैक्स के तौर पर करोड़ों की हेराफेरी की गई है। इन फर्जी कंपनियों के तार मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश झारखंड और पश्चिम बंगाल से जुड़े हैं इस तरह के कई मामलों में दूसरे राज्यों की पुलिस ने छत्तीसगढ़ में कई जगह छापेमारी की है।
मौके पर नहीं मिले ऑफिस
सेंट्रल जीएसटी के अफसरों ने जाना कर फर्जी रिटर्न के दफ्तरों की जांच भी की है। कई कंपनियों के दफ्तर ही मौके पर नहीं मिले हैं। अब इन पर भी संदिग्ध रिटर्न पर इस महीने से बड़ी कार्यवाही शुरू होगी। सेंट्रल जीएसटी की टीम ने इस वित्तीय वर्ष के खत्म होने तक 120 करोड़ से ज्यादा की इनपुट टैक्स क्रेडिट की चोरी पकड़ी है। अब तक 10 से ज्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।