नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सवाल उठाया है। आप के प्रदेश प्रभारी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बीजेपी और कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति की है 23 सालों से अस्पताल की व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। अस्पताल केवल ट्रांसफ़र सेंटर बन गए हैं। बीजेपी में शासनकाल में बनाए गए अस्पतालों ने अभी तक सुविधाऐं दुरुस्त नहीं हो सकी हैं।
आप का दावा वेंटिलेटर पर है स्वास्थ्य व्यवस्था
आम आदमी पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी संजीव झा और डॉक्टर विंग के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत केसरिया ने अस्पताल व्यवस्थाओं को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। आप नेताओं ने प्रदेश के 9 सरकारी मेडिकल कॉलेज, 3 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज और एक एम्स का निरीक्षण किया है। जिसके बाद आज यानी मंगलवार को प्रेसवार्ता आयोजित की। नेताओं ने दावा किया है कि स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में छत्तीसगढ़ के अस्पतालों की हालत सही नहीं है। अस्पतालों में आईसीयू, बेहोशी डॉक्टर, स्त्री रोग विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट, एक्सरे मशीन जैसी मूलभूत सुविधायें नहीं है। सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के राजनीतिक उथल-पुथल में प्रदेश की जनता पिस रही है।
झा ने कहा अस्पताल बने ट्रांसफ़र सेंटर
संजीव झा ने बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल हो चुकी हैं। मरीजों के लिए अस्पतालों में वेंटिलेटर नहीं है। प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधा आज खुद वेटिंलेटर पर है। लेकिन मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य के खस्ताहाल की तरफ ध्यान नहीं है। टीएस सिंहदेव ऑस्ट्रेलिया दौरे पर स्वास्थ्य सुविधाओं को देखने गए थे। लेकिन प्रदेश में कोई इंप्लीमेंट नहीं हुआ। स्वास्थ्य मंत्री काम नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा, दिल्ली-पंजाब के स्वास्थ्य व्यवस्था में क्रांति आई है। छत्तीसगढ़ के सुदूर इलाके के अस्पताल आज ट्रांसफर सेंटर बन गए हैं, कोई भी मरीज जाए तो उसे रेफर कर दिया जाता है।
अभी तक नहीं बन पाया सिम्स
झा ने कहा कि प्रदेश का दूसरा सबसे पुराना सिम्स बिलासपुर में 23 साल बाद भी न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट विकसित नहीं हो पाया है। बीजेपी की सरकार जाने के बाद कांग्रेस की सरकार आई है, आज 5 साल बीतने वाला है, लेकिन अभी भी सिम्स शिफ्ट नहीं हो पाया है। जबकि वहां (कोनी) में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के नाम पर नई इमारतें बना दी गई, लेकिन वहां कोई व्यवस्था नहीं है। सिम्स अभी भी पुराने जिला अस्पताल के बिल्डिंग में संचालित हो रहा है। बीजेपी के शासन काल में राजनांदगांव में मेडिकल कॉलेज बनाया गया था। लेकिन 10 साल बाद भी यहां यह व्यवस्था नहीं हो पाई है।
विक्रांत केसरिया ने कहा
डॉक्टर विंग के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत केसरिया ने कहा कि भूपेश सरकार ने दुर्ग के चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण किया, लेकिन अबतक यह बात सामने नहीं आई कि कितना पैसा देकर इसका अधिग्रहण किया गया। किस शर्त पर किया गया?लेकिन अबतक कोई जानकारी सामने नहीं आई है। जबकि ऐसी खबरें सामने आई थी कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टीएस सिंहदेव को दरकिनार करते हुए अपने रिश्तेदार को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कदम उठाया था। न तो स्वास्थ्य मंत्री से कोई सलाह ली गई और न ही कोई बात की गई। इस मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी सिजेरियन सेक्शन ऑपरेशन की व्यवस्था नहीं है।