नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में 985 किसानों का बोनस अटका हुआ है। जिसकी वजह अकाउंट नंबर में त्रुटि या खाता आधार से लिंक ना होना है। अब किसानों का दोबारा सत्यापन कृषि विभाग और तहसील स्तर पर किया जा रहा है।
खरीदी के बाद भी नहीं मिल पाया बोनस
मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने 2022 23 में पंजीकृत किसानों से धान की खरीदी करनी है जिसका भुगतान कर लिया गया है लेकिन अभी भी 650 किसानों को बोनस नहीं मिल पाया है। जिसका कारण किसानों के बैंक खाता नंबर में त्रुटि, जमीन त्रुटि, खाता का आधार से लिंक ना होना, किसी किसान की मृत्यु के बाद उसका नॉमिनी ही नहीं होना शामिल है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार जिले में 1945 किसानों को बोनस राशि नहीं मिल पाई है। जिसमें साल 2022 के अलावा साल 2021–22 में भी कई किसान वंचित रह गए थे थे। इनमें से अब तक 1260 किसानों का सत्यापन करने के बाद पात्र किसानों के खाते में बोनस राशि दे दी गई है जबकि 685 किसानों का सत्यापन अभी भी नहीं हो पाया है।
तहसील और कृषि विभाग में हो रहा सत्यापन
जिले में जिन किसानों का खाते में अब तक बोनस राशि ट्रांसफर नहीं हो पाई है। इससे किसानों का फॉर्मर यूनिफाइड पोर्टल में पंजीयन जमीन, खाता का नंबर, पात्रता सहित सभी का सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन के बाद पात्र किसानों के खातों में बोनस की राशि ट्रांसफर की जा रही है। किसान भी आवेदन कर रहे हैं लेकिन इसमें कई किसान ऐसे भी शामिल है जो ट्रस्ट या लीज की जमीन पर धान का उत्पादन कर रहे हैं। कृषि विभाग में पिछले 2 साल में 693 किसानों को बोनस नहीं मिल पाया इनमें से 669 किसानों का सत्यापन कर लिया गया। जबकि 24 किसानों का सत्यापन किया जाना बाकी है।