नितिन मिश्रा, RAIPUR. राजधानी में नगर निगम की शुक्रवार से सामान्य सभा की बैठक शुरू होनी थी। लेकिन यह बैठक शुरू होने से पहले ही स्थगित कर दी गई। सभा स्थगित होने से बीजेपी पार्षद भड़क गए। उन्होंने सदन में मटका फोड़कर सभा स्थगित होने का विरोध किया। सदन के अंदर नारेबाजी करने के बाद पार्षदों ने गांधी प्रतिमा के सामने बैठकर विरोध प्रदर्शन किया है। बीजेपी पार्षद दल का कहना है कि मेयर के पास आज पूछे जाने वाले सवालों का जबाव नहीं था। इसलिए सभापति पर दबाव बनाकर सभा को स्थगित कर दिया गया।
सदन ने फूटा मटका
रायपुर नगर निगम की 11 अगस्त से सामान्य सभा की बैठक शुरू होनी थी। चार महीने बाद सामान्य सभा की बैठक आहुत की गई थी। इसमें आज प्रश्नकाल का समय था। इस सभा में शहर के विकास से जुड़े 34 विषयों पर चर्चा होनी थी। बीजेपी पार्षद पूरी तैयारी से सदन पहुंचे हुए थे।बीजेपी के 15 और कांग्रेस के एक पार्षद ने प्रश्न लगाए थे। लेकिन ऐन वक्त पर सामान्य सभा को स्थगित कर दिया गया। सभा को 17 अगस्त तक के लिए स्थगित किया गया है। सभा स्थगित होने से बीजेपी पार्षद दल के नेता भड़क गए। पार्षद दल ने घंटो तक सदन के अंदर नारेबाजी कर हंगामा किया। बीजेपी पार्षद अपने साथ मटका लेकर सदन में पहुंचे थे। विरोध जताते हुए पार्षदों ने मटके को सदन के अंदर ही फोड़ा। इसके बाद नगर निगम दफ्तर में मौजूद गांधी प्रतिमा के सामने बैठकर सभापति और मेयर को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की।
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सभा स्थगित होने पर भड़के बीजेपी पार्षद
बीजेपी पार्षद दल के प्रवक्ता मृत्युंजय दुबे ने बताया कि मेयर ने अचानक उठकर कुछ पार्षदों के सत्सभापति के डाइस को घेर लिया। उसके बाद दबाव बनाकर सामान्य सभा को 17 अगस्त तक स्थगित करवा दिया है। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि महापौर एजाज ढेबर के पास बीजेपी पार्षदों के सवालों के जवाब नहीं थे। कांग्रेसी महापौर भगोड़े हैं। अचानक इस प्रकार सदन की कार्रवाई रोकना निर्वाचित पार्षदों और शहर की 15 लाख जनता का अपमान है। बिना किसी ठोस कारण के सदन की कार्रवाई को स्थगित कर देना और विपक्ष को विश्वास में ना लेना सभापति की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करता है।
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इन मुद्दों पर होनी थी चर्चा
चार महीने बाद बुलाई गई इस बैठक में 34 एजेंडों पर चर्चा होनी थी। जिसके तहत 34 एजेंडे में से 10 नामकरण से संबंधित हैं। इसके अलावा इलेक्ट्रिक बस, टैक्स, देरी से टैक्स देने पर चक्रवृद्धि ब्याज, निगम द्वारा जारी बॉन्ड, पेयजल, पानी की समस्या, जर्जर सड़क aut जलभराव समेत शहर विकास के मुद्दे शामिल हैं।