नितिन मिश्रा,RAIPUR. छत्तीसगढ़ में खरीफ विपणन वर्ष 2023–24 में समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए किसानों को अब अपनी उम्र बतानी होगी। साथ ही आधार नंबर की जानकारी देना भी अनिवार्य कर दिया गया है। इस वर्ष 125 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी का अनुमान है।
पंजीयन कराने दिशा निर्देश जारी
मिली जानकारी के मुताबिक किसान पोर्टल में एक बार पंजीयन कराने संबंधी दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। छत्तीसगढ़ में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान बेचने पंजीकृत वह पंजीयन कराने वाले किसानों को आधार नंबर और अपनी उम्र बताना अनिवार्य कर दिया गया है। राजीव गांधी किसान या योजना के अंतर्गत पंजीयन की कार्रवाई के लिए सभी विभागों और संस्थाओं को नए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। राजीव किसान योजना के अंतर्गत खरीफ मौसम 2023 में कृषि, उद्यानिकी, फसल, धान के बदले अन्य फसल और वृक्षारोपण करने वाले किसानों को संबंधित सहकारी समिति के माध्यम से पंजीयन कराना होगा।
पोर्टल पर होगा पंजीयन
किसानों को कृषि और उद्यानिकी विभाग अंतर्गत संचालित होने वाले विभिन्न केंद्र राज्य की योजनाओं का लाभ लेने के लिए संबंधित पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा। राज्य की योजनाएं जैसे राष्ट्रीय कृषि विकास योजना बागवानी मिशन के तहत आयोजित प्रदर्शन या अनुदान में प्रदाय कृषि तथा उद्यानिकी फसलों के बीज, ऑयल पंप, फलदार वृक्षारोपण, साग सब्जी आदि की जानकारी हितग्राही पोर्टल में जमा की जाएगी। उत्पादन करने वाले किसानों को छत्तीसगढ़ राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था के साथ-साथ एकीकृत किसान योजना में पंजीयन कराना अनिवार्य हो गया है। गन्ना उत्पादक किसानों को गन्ना प्रोत्साहन योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
एक जुलाई से शुरू नही हुआ पंजीयन
जानकारी के अनुसार 1 जुलाई से शासन के दिशा निर्देशों के आधार पर पंजीयन शुरू होना था।लेकिन यह पंजीयन अभी तक शुरू नहीं हुआ। 1 जुलाई से लेकर 31 अक्टूबर तक किसानों का पंजीयन कराना आवश्यक है, लेकिन सहकारी समितियों में किसानों का पंजीयन शुरू नहीं हुआ है। वहीं सरकार ने इस वर्ष 125 लाख मैट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान लगाया गया है। सरकार ने प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने की घोषणा की है। अब तक पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान की खरीदी की जाती थी। खरीफ विपणन वर्ष 2022 23 में समर्थन मूल्य पर 107 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी की गई थी।