नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ की राजधानी में स्काईवॉक के दस्तावेज अब तक पीडब्ल्यूडी विभाग ने ईओडब्ल्यू को उपलब्ध नहीं कराए हैं। जिसके चलते ईओडब्ल्यू ने अब तक एफ आई आर दर्ज नहीं की है। जिसकी वजह से स्काईवॉक की जांच अटकी हुई है।
दस्तावेजों के कारण अटकी जांच
मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी रायपुर में 76 करोड़ की लागत से स्काईवॉक का निर्माण किया जाना था जिसमें 45 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। लेकिन काम आधा–अधूरा है। स्काईवॉक में अनियमितता पाए जाने के मामले में ईओडब्ल्यू ने अब तक एफआईआर दर्ज नहीं करी जांच टीम अभी दस्तावेज जुटाने में लगी हुई है वहीं लोक निर्माण विभाग की ओर से अभी तक स्काईवॉक से निर्माण से संबंधित सारे दस्तावेज ईओडब्ल्यू को नहीं दिए गए हैं। जिसकी वजह से जांच अटकी हुई है।
समिति ने 6 महीने पहले सौंपी थी रिपोर्ट
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा के नेतृत्व में स्काईवॉक के संबंध में एक समिति बनाई गई थी। समिति ने 6 महीने पहले अपनी जांच रिपोर्ट सबमिट कर दी थी। समिति ने साथ ही ज्यादातर नागरिकों व विशेषज्ञों ने स्काईवॉक को ना तोड़ने और इसका कोई दूसरा उपयोग करने का सुझाव दिया था। लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। वही स्काईवॉक का काम हो रहा है और ना ही किसी प्रकार की जांच की जा रही है।
पीडब्ल्यूडी ने नहीं उपलब्ध कराए कागज़ात
पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों द्वारा दस्तावेज नहीं उपलब्ध कराने के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने पीडब्ल्यूडी कार्यालय में दबिश दी। वहां से ईओडब्ल्यू ने स्काईवॉक से संबंधित दस्तावेज बरामद किए। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी विभाग से इससे जुड़े हुए और दस्तावेज मांगे गए थे जो अब तक उपलब्ध नहीं कराए गए हैं स्काईवॉक के मामले में पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से भी पूछताछ की जानी है। उसके बाद ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।