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नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ कोरोना, डेंगू और आई फ्लू के बाद अब मौसमी बीमारियों की चपेट में आ गया है। वायरल फीवर मौसम बदलने के कारण तेजी से फैल रहा है। जिससे थोक मेडिकल मार्केट में दवाइयों की बिक्री बढ़ गई है। प्रदेश में हर रोज 10 करोड़ रुपए की एंटीबायोटिक दवाइयां बिक रहीं हैं। वहीं 5 करोड़ रुपए की पैरासिटामोल की बिक्री हर दिन हो रही है।
वायरल फीवर से दवाइयों के बाजार में उछाल
बारिश के मौसम में अलग– अलग प्रकार के वायरस सक्रिय हो जाते हैं। जिससे मानव जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है। लेकिन कुछ वायरस इतने खतरनाक होते हैं जो व्यक्ति को ज्यादा बीमार कर देते हैं, जिससे उसकी कंडीशन खराब होने लगती है। मौसमी बीमारियों ने मेडिकल के थोक बाजार में गजब का उछाल ला दिया है।
लोगों के बीमार होने का सीधा असर दवा बाजार पर हुआ है और दोनों तरह की दवाओं की डिमांड साठ प्रतिशत तक बढ़ गई है। सामान्य दिनों में एंटीबायोटिक दवा की खपत लगभग पांच करोड़ का होती है जो अभी 10 करोड़ तक जा पहुंची है, इसी तरह बुखार उतारने वाला पैरासिटामोल की डिमांड बढ़कर चार से पांच करोड़ हो चुकी है।
वायरल फीवर के बढ़ते मामले
कुछ समय पहले आईफ्लू की वजह से लोगों की आंखें लाल रही इसका प्रकोप कम हुआ तो वायरल फीवर और डेंगू के संक्रमण ने लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। डॉक्टर्स की माने तो दोनों बीमारियों के लक्षण मिलते-जुलते है। इनका इलाज भी लगभग एक ही प्रकार की दवाओं से होता है। मरीज को ठीक करने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं की जरूरत पड़ रही है बुखार उतारने के लिए पैरासिटामोल आवश्यक होता है। इसका उपयोग लोग सबसे ज्यादा करते हैं। बीमारियों के बढ़ने से प्रदेश के साथ–साथ पड़ोसी राज्यों को भी मुनाफा हो रहा है। प्रदेश में दवाइयां तेलंगाना, उड़ीसा जैसे राज्यों से भी सप्लाई की जाती है। पूरे राज्य में लगभग 3 सौ करोड़ से ज्यादा का दवाइयों का कारोबार होता है।