Jaipur. राजस्थान सरकार ने विधानसभा चुनाव के ठीक पहले अल्पसंख्यकों को लुभाने अपनी तिजोरी खोल दी है। सरकार विभिन्न जिलों में 10 अल्पसंख्यक छात्रावास खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे चुकी है, इन हॉस्टल्स में 50-50 विद्यार्थी रहेंगे। इसके अलावा अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को अंग्रेजी की तालीम देने जयपुर में आवासीय विद्यालय खोला जाएगा जहां 12वीं तक अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराई जाएगी।
15 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
सीएम अशोक गहलोत ने विद्यालय के भवन निर्माण के लिए 15.15 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। इस वित्तीय वर्ष में 1 करोड़ रुपए की राशि व्यय की जाएगी। यह राशि अल्पसंख्यक समावेशी विकास कोष से व्यय होगी। यह आवासीय विद्यालय 200 विद्यार्थी क्षमता का होगा। यहां 200 से अधिक विद्यार्थी होने पर वे डे-स्कॉलर के रूप में अध्ययन कर सकेंगे। जरूरतमंद और प्रतिभावान अल्पसंख्यक छात्रों के लिए यह विद्यालय और हॉस्टल निशुल्क रखा जाएगा।
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विभिन्न जिलों में बनेंगे छात्रावास
सरकार किशनपोल, दूदू, नागौर और कुचामन में अल्पसंख्यक बच्चियों के लिए हॉस्टल बनवाएगी वहीं बारां भरतपुर, बीकानेर, अजमेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़ और चुरु में छात्रों के लिए छात्रावास बनवाए जाएंगे। इन छात्रावासों में कक्षा 9 से लेकर महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थी प्रवेश ले सकेंगे।
100 बैड का वर्किंग वुमेन हॉस्टल
सीएम गहलोत ने अपने बजट में की गई घोषणा के मुताबिक जयपुर के मानसरोवर इलाके में अल्पसंख्यक समुदाय की कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनाने भी स्वीकृति दे दी है। यह हॉस्टल 100 बैड की क्षमता वाला होगा। जिसमें विभिन्न जिलों से जयपुर आकर कामकाज करने वाली अल्पसंख्यक महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इस हॉस्टल को बनवाने में 10 करोड़ रुपए की लागत आएगी। जोधपुर में 12.60 करोड़ रुपए की लागत से अल्पसंख्यक नागरिक सुविधा केंद्र बनेगा। यहां अल्पसंख्यकों से संबंधित सभी योजनाओं की जानकारी मिलेगी। केंद्र में प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन होगा। विद्यार्थियों और आमजन के प्रोत्साहन के लिए गोष्ठियां भी आयोजित हो सकेंगी।