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Jaipur.पंजाबी सिंगर गोल्डकिंग बलजीत सिंह शनिवार को राजस्थान के बांसवाड़ा पहुंचे और उनका यह आगमन एक बार फिर सुर्खियों में आ गया। गोल्डकिंग ने शरीर पर ढाई किलो सोना पहना था, जिसकी कीमत लगभग 2.5 से 3 करोड़ रुपए बताई जा रही है। यह उनका व्यक्तिगत शौक है और वह सोने के आभूषण पहनकर घूमने का आनंद लेते हैं।
गोल्डकिंग ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “मैं पंजाब से हूं और सोने के प्रति मेरा प्यार बहुत पुराना है। यह मेरे लिए एक शौक है।’’ सोने उनकी जीवनशैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
करियर का टर्निंग प्वाइंट
गोल्डकिंग को पहचान तब मिली जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में ‘हर हर मोदी, घर घर मोदी’ गाना गाया। यह गाना उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट बना और इसके बाद से वे बहुत प्रसिद्ध हो गए। गोल्डकिंग ने कहा, “इस गाने ने मुझे लोगों में पहचान दिलाई।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि मोदी जी ने सिख समुदाय के लिए काफी अच्छा काम किया है, और इसी कारण वह इस गाने को लेकर अपने जज्बात व्यक्त कर रहे थे। यह गाना उनके लिए एक न केवल गीत, बल्कि एक आंदोलन बन चुका है, जो उनके दिल के बेहद करीब है।
महाकुंभ में बिताए 45 दिनगोल्डकिंग ने यह भी बताया कि उन्होंने महाकुंभ में 45 दिन बिताए, जहां उन्होंने साधारण जीवन जिया। यह समय उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण था, क्योंकि उस दौरान किसी को भी उनके प्रसिद्ध होने का एहसास नहीं हुआ। गोल्डकिंग ने कहा, "मैंने महाकुंभ में सामान्य जीवन जीने की कोशिश की और वहां मुझे बहुत शांति मिली।’’ जाहिर है वह भले ही एक प्रसिद्ध सिंगर हैं, लेकिन वे आत्मिक शांति और साधारण जीवन को भी बहुत अहमियत देते हैं। | |
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गरबा कार्यक्रम में गोल्डकिंग की प्रस्तुति
गोल्डकिंग ने बताया कि वह बांसवाड़ा में गरबा कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देंगे। यह कार्यक्रम शहरवासियों के लिए खास रहेगा, क्योंकि इसमें पारंपरिक वेशभूषा में गरबा खेलने की तैयारी की जा रही है।
कार्यक्रम में गुजरात की प्रसिद्ध गरबा कलाकार यश जानी और उनकी टीम भी प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम में कुछ खास जोड़े भी भाग लेंगे और उन जोड़ों को विशेष पुरस्कार दिए जाएंगे। गोल्डकिंग का मानना है कि गरबा जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हिस्सा बनकर वह और भी ज्यादा लोगों से जुड़ सकते हैं।
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सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गोल्डकिंग का योगदान
गोल्डकिंग के लिए यह आयोजन उनके करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनके अनुसार, सांस्कृतिक आयोजनों में उनकी भागीदारी लोगों को जोड़ने का एक बेहतरीन तरीका है। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा से भारतीय संस्कृति को सम्मानित करता हूं, और गरबा जैसे सांस्कृतिक आयोजनों का हिस्सा बनकर मुझे बेहद खुशी होती है।’’
गोल्डकिंग का यह वक्तव्य दर्शाता है कि वह केवल संगीत की दुनिया में ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति में भी गहरी रुचि रखते हैं
कई विवादों का सामना
गोल्डकिंग ने अब तक अपने करियर में कई विवादों का सामना किया है, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा जारी रखी है। उनके अनुसार, आलोचनाओं से उन्हें हमेशा प्रेरणा मिलती है, और वह अपने संगीत और कार्य के माध्यम से दुनिया को एक सकारात्मक संदेश देना चाहते हैं।
वह मानते हैं कि संगीत एक ऐसी कला है जो इंसान को जोड़ती है और समाज में एकता की भावना पैदा करती है। उनका यह दृष्टिकोण दर्शाता है कि गोल्डकिंग सिर्फ एक संगीतकार नहीं, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी बन चुके हैं।