/sootr/media/media_files/2025/08/25/heart-attack-risk-monday-jaipur-research-2025-08-25-09-38-27.jpg)
Photograph: (The Sootr)
दिल का दौरा (Heart Attack) का खतरा सोमवार को सप्ताह के बाकी दिनों की तुलना में ज्यादा होता है, यह जानकारी जयपुर हार्ट रिदम समिट-2025 में सामने आई। ब्रिटेन और आयरलैंड में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, सोमवार को गंभीर हार्ट अटैक के मामलों में औसतन 13% तक बढ़ोतरी पाई गई है। समिट में विशेषज्ञों ने बताया कि यह बढ़ोतरी सप्ताहांत के आराम के बाद अचानक कार्यभार में वृद्धि, तनाव (Stress) और शरीर की सर्केडियन रिदम (Circadian Rhythm) में बदलाव के कारण होती है।
इस समिट में दिल से जुड़ी बीमारियों पर कई शोध और उपचार के नए तरीके प्रस्तुत किए गए। विशेषज्ञों ने बताया कि दिल के दौरे का खतरा सोमवार को क्यों बढ़ता है का कारण शरीर में हार्मोनल परिवर्तन और मानसिक दबाव है। दिल की बीमारियों का इलाज समय पर कराना बेहद आवश्यक है।
क्यों बढ़ता है सोमवार को दिल का खतरा?
सोमवार को दिल के दौरे का खतरा अन्य दिनों के मुकाबले अधिक होता है, इसका मुख्य कारण शरीर की सर्केडियन रिदम (Circadian Rhythm) में बदलाव, तनाव (Stress) और अचानक बढ़े हुए काम का बोझ है। सप्ताहांत में आराम करने के बाद जब कार्यभार अचानक बढ़ता है, तो शरीर पर दबाव बढ़ता है, जिससे दिल पर अतिरिक्त तनाव पड़ता है।
इसके अलावा, सोमवार की सुबह के समय में नींद की कमी और मानसिक दबाव (Mental Stress) भी दिल की सेहत पर असर डालते हैं। यह सभी कारक मिलकर दिल के दौरे (Heart Attack) की संभावना को बढ़ा देते हैं।
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/08/25/heart-attack-risk-monday-jaipur-research-2025-08-25-09-43-47.jpg)
सोमवार को ज्यादा कार्डियक ओपीडी केस क्यों होते हैं?
जयपुर में एसएमएस अस्पताल में सोमवार को कार्डियक ओपीडी (Cardiac OPD) के केस सबसे अधिक होते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस दिन अधिक संख्या में लोग दिल की समस्याओं के लिए अस्पताल आते हैं, क्योंकि सप्ताहांत के बाद काम के दबाव में दिल की समस्याएं बढ़ जाती हैं। हालांकि, इसका एक और कारण रविवार को खराब खानपान और अधिक शारीरिक परिश्रम भी हो सकता है, जो सोमवार को दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
कार्डियक डिसऑर्डर पर जयपुर समिट में विशेषज्ञों की चर्चा
जयपुर हार्ट रिदम समिट में विशेषज्ञों ने कार्डियक डिसऑर्डर (Cardiac Disorders) पर विस्तार से चर्चा की। डॉ. विवेक माथुर ने बताया कि आईसीयू में भर्ती करीब 15-20% मरीज अनियंत्रित धड़कन (Arrhythmia) से पीड़ित होते हैं। इनमें से एट्रियल फिब्रिलेशन (Atrial Fibrillation) और वेंट्रिकुलर टेकीकार्डिया (Ventricular Tachycardia) सबसे आम हैं, जो मृत्यु दर को बढ़ाते हैं।
अब इन रोगियों के लिए इलाज के नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। क्रायो एब्लेशन (Cryo Ablation) तकनीक का उपयोग इन रोगियों के इलाज में किया जा रहा है, जिससे दिल की धड़कनों को नियंत्रित किया जा सकता है और मरीज को दिल के दौरे के जोखिम से बचाया जा सकता है।
अरिदमिया क्या है
अरिदमिया के लक्षण
अरिदमिया के कारण
कब डॉक्टर से संपर्क करें
अरिदमिया से बचाव और रोकथाम
| |
मानसिक दबाव का दिल पर गहरा असर
डॉ. पिंटू नाहटा ने बताया कि मानसिक दबाव (Mental Stress) दिल पर गहरा असर डालता है। जरूरी नहीं कि जो व्यक्ति दिखने में फिट हो, उसके दिल में कोई समस्या न हो। फिट दिखने वाले एथलीट्स (Athletes) को भी दिल से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, विशेषज्ञों का सुझाव है कि एथलीट्स और फिटनेस प्रेमियों को हर साल कम से कम दो बार ईसीजी (ECG) और इकोकार्डियोग्राफी (Echocardiography) करवानी चाहिए, ताकि अचानक कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) की संभावना को रोका जा सके। दिल के दौरे के लक्षण दिखते ही तुरंत चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
दिल के दौरे के खतरे को कम करने के उपाय
1. मानसिक दबाव को नियंत्रित करें (Control Mental Stress)
दिल के दौरे (Heart Attack) से बचने के लिए मानसिक दबाव को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है। योग (Yoga), मेडिटेशन (Meditation) और गहरी सांस लेने की तकनीकें (Breathing Techniques) मानसिक तनाव को कम करने में मदद करती हैं।
2. नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं (Regular Health Checkups)
जो लोग फिटनेस के प्रति जागरूक हैं, उन्हें नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए। इससे दिल की समस्याओं का जल्दी पता चल सकता है और इलाज शुरू किया जा सकता है।
3. सही खानपान अपनाएं (Follow a Healthy Diet)
स्वस्थ आहार (Healthy Diet) और सही जीवनशैली (Lifestyle) का पालन करना दिल की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है। खाने में फल, सब्जियां, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, और कम वसा वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
4. शारीरिक गतिविधियों में बढ़ोतरी करें (Increase Physical Activity)
शारीरिक गतिविधियों में बढ़ोतरी (Increase Physical Activity) करने से दिल स्वस्थ रहता है। रोजाना 30 मिनट की हल्की-फुल्की एक्सरसाइज दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होती है।
FAQ
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬
👩👦👨👩👧👧