IT के निशाने पर बोगस चंदा लेने वाले दल, राजस्थान समेत देशभर में छापेमारी
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के निर्देश पर आयकर विभाग ने राजस्थान समेत देशभर में आयकर छापे मारे, जिसमें राजनीतिक पार्टियों के फर्जी चंदे और कर धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ।
राजस्थान (Rajasthan) के भीलवाड़ा सहित देशभर में करीब 150 ठिकानों पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के निर्देश पर आयकर विभाग (Income Tax) ने छापे की कार्रवाई की गई। इस जांच के तहत राजस्थान में भीलवाड़ा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों में राजनीतिक पार्टियों और उनके संपर्कों पर छापे मारे गए। राजस्थान सहित देशभर में यह छापेमारी दो राजनीतिक दलों भारतीय सामाजिक पार्टी (Bhartiya Samajik Party) और युवा भारत आत्मनिर्भर दल (Yuva Bharat Atmanirbhal Dal) के ठिकानों पर की गई। इन दोनों पार्टियों ने फर्जी चंदा लेकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की थी।
आयकर विभाग को पिछले तीन सालों में दोनों पार्टियों के द्वारा 500 करोड़ रुपये के बोगस (झूठे) चंदे लेने के सबूत मिले हैं। आयकर टीम ने यह भी पाया कि दोनों पार्टियों के द्वारा चंदे में से कमीशन लेकर अवैध तरीके से पैसे वापस किए जाते थे।
आयकर विभाग की जांच में यह सामने आया कि इन राजनीतिक पार्टियों के अलावा, कई अन्य संस्थाएं भी इस धोखाधड़ी में शामिल थीं। आयकर विभाग ने इन संस्थाओं और उनके द्वारा किए गए धोखाधड़ी के बारे में भी जांच शुरू की। इन सभी संस्थाओं में सीए (चार्टर्ड एकाउंटेंट), कर सलाहकार और अन्य व्यक्ति शामिल थे, जो इस अवैध तंत्र का हिस्सा थे।
आयकर विभाग की अगली कार्रवाई बोगस चंदे देने वाले आयकर करदाताओं के खिलाफ हो सकती है। यह कार्रवाई देशभर में जालसाजी के मामलों को खत्म करने के लिए की जा रही है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) व आयकर विभाग () का मानना है कि कई छोटे व गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल बोगस चंदा लेकर कमीशन काट वापस कर देते हैं। वहीं, कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें टैक्सपेयर्स का चंदा उनकी घोषित इनकम से मेल नहीं खाता है। शक है कि इन पार्टियों ने कुछ पैसा कैश के रूप में लौटा दिया होगा। विभाग ने ऐसे टैक्सपेयर्स को नोटिस भेजा है जिनकी इनकम और चंदे की रकम आपस में मेल नहीं खाती है। कुछ मामलों में तो टैक्सपेयर्स ने अपनी इनकम का 80% तक हिस्सा किसी राजनीतिक दल को चंदे के रूप में दिया है। अगर कोई रजिस्टर्ड राजनीतिक दल चुनाव नहीं लड़ता है या चुनावों में क्वालीफाइंग परसेंटेज वोट नहीं ले पाता है तो उन्हे गैर-मान्यता प्राप्त माना जाता है। देश में ऐसे 2,796 राजनीतिक दल हैं।
FAQ
1. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने आयकर छापेमारी क्यों की?
आयकर विभाग ने फर्जी कटौतियों और छूटों की जांच करने के लिए 14 जुलाई, 2025 को देशभर में छापेमारी की। इस दौरान राजनीतिक पार्टियों से जुड़े अवैध चंदे और कर धोखाधड़ी के मामले सामने आए।
2. क्या यह छापेमारी केवल राजनीतिक पार्टियों पर की गई थी?
नहीं, छापेमारी विभिन्न संस्थाओं और व्यक्तियों पर भी की गई थी, जिनके द्वारा कर धोखाधड़ी की जा रही थी। इसमें राजनीतिक दलों के अलावा अन्य व्यक्ति और संस्थाएं शामिल थीं।
3. आयकर विभाग की अगली कार्रवाई क्या होगी?
आयकर विभाग बोगस चंदा देने वाले आयकर करदाताओं के खिलाफ कार्रवाई करेगा। यह कार्रवाई देशभर में जालसाजी को खत्म करने के लिए की जाएगी।