दामाद और ससुर के आपसी विवाद में आयकर विभाग की बल्ले-बल्ले, जाने क्या है मामला
जोधपुर में दामाद और ससुर के विवाद चर्चा का विषय बन गया। इस विवाद में आयकर विभाग की खूब मौज हुई। विभाग ने ससुर के घर से 18 लाख रुपये और अन्य कागजात जब्त किए।
दामाद और ससुर के बीच हुए विवाद में आयकर विभाग की बल्ले-बल्ले हो गई। दरअसर दामाद की शिकायत पर आयकर विभाग द्वारा की गई छापामार कार्रवाई में लाखों रुपए के इनकम टैक्स चोरी का पता चला हैै। आयकर विभाग की कार्रवाई का यह मामला जोधपुर से सामने आया है।
जहां दामाद की शिकायत पर ससुर के घर में छापा मारा गया और काली कमाई के रूप में 18 लाख रुपये कैश और जमीन बेचन के दस्तावेज जब्त किए गए। इस पूरी घटना ने न केवल परिवार के अंदर के विवादों को उजागर किया, बल्कि आयकर विभाग को भी बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी के सबूत मिले हैं।
दामाद की शिकायत पर ससुर के घर छापा
जोधपुर के एक किसान और प्रॉपर्टी कारोबारी के घर पर आयकर विभाग ने शुक्रवार सुबह छापा मारा। यह छापा खास तौर पर दामाद की शिकायत के आधार पर मारा गया था, जिसने आरोप लगाया था कि ससुर ने जमीन की बिक्री में टैक्स चोरी की है।
छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने 18 लाख रुपये नगद और जमीन के सौदे से संबंधित कागजात जब्त किए। यह जमीन छह करोड़ रुपये में बेची गई थी, हालांकि दस्तावेजों में इसकी डीएलसी रेट केवल 65 लाख रुपये थी। इससे साफ पता चलता है कि जमीन की बिक्री में जानबूझकर टैक्स चोरी की गई थी।
यह घटना एक किसान और प्रॉपर्टी कारोबारी के बीच हुई थी, जिन्होंने 12 बीघा जमीन 65 लाख रुपये के डीएलसी रेट के मुकाबले छह करोड़ रुपये में बेची। आयकर विभाग के अधिकारियों को सौदे से जुड़े दस्तावेज मिले, जिनसे यह साबित हो गया कि जमीन का सौदा टैक्स चोरी के उद्देश्य से किया गया था। दोनों पक्षों ने जानबूझकर इस सौदे में टैक्स की चोरी की।
टैक्स चोरी के इस मामले को ऐसे समझें
दामाद की शिकायत पर छापा: जोधपुर में दामाद की शिकायत पर आयकर विभाग ने ससुर के घर पर छापा मारा और 18 लाख रुपये की नकदी जब्त की।
जमीन की बिक्री में टैक्स चोरी: किसान और प्रॉपर्टी कारोबारी ने 12 बीघा जमीन को 6 करोड़ रुपये में बेचा, जबकि डीएलसी रेट 65 लाख रुपये था।
ससुर और दामाद के बीच विवाद: दामाद ने ससुर से अपनी हिस्सेदारी का दावा किया था, जिसके बाद परिवार में विवाद हुआ और दामाद ने आयकर विभाग को शिकायत भेजी।
पंजीयन कार्यालय से मिले दस्तावेज: आयकर विभाग ने पंजीयन कार्यालय से संबंधित दस्तावेज प्राप्त किए, जिससे यह साबित हुआ कि टैक्स चोरी की गई थी।
आगे की कार्रवाई: आयकर विभाग अब दोनों पक्षों को नोटिस जारी कर टैक्स और जुर्माना वसूलने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
हिस्सा नहीं मिलने पर की शिकायत
जोधपुर के किसान परिवार में केवल एक बेटी है, जिसकी शादी हो चुकी है। जब बेटी-दामाद को परिवार की जमीन बेचने की जानकारी लगी तो उन्होंने अपना हिस्सा मांगा, इस पर परिवार द्वारा उन्हें 50 लाख रुपए दिए भी गए, लेकिन यह लोग और अधिक हिस्सा मांग रहे थे।
जब दामाद की मांग पूरी नहीं हुई तो उसने आयकर विभाग सहित कई अन्य जगह इस सौदे की शिकायत कर दी। इस शिकायत के बाद आयकर विभाग की सर्चिंग में पूरा मामला सामने आ गया।
आयकर विभाग ने इस मामले में पंजीयन कार्यालय से संबंधित दस्तावेजों को प्राप्त किया, जिससे यह साबित हो गया कि टैक्स चोरी की गई है। अधिकारियों ने दोनों पक्षों के बैकग्राउंड की जांच की और पाया कि उन्होंने टैक्स से बचने के लिए दस्तावेजों में गड़बड़ी की थी।