राजस्थान में बारिश से तबाही, झालावाड़ में डूबे तीन बच्चे, 30 जिलों में बारिश का अलर्ट
राजस्थान में एक नया मौसम सिस्टम एक्टिव होने से रविवार को भी राज्य के 30 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। शनिवार को भी कई जिलों में झमाझम बारिश दर्ज की गई, जिससे जनजीवन पर असर पड़ा है।
मानसून का मौसम राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में सक्रिय है, और एक नए सिस्टम के एक्टिव होने से राज्य के लगभग 30 जिलों में बरसात का अलर्ट जारी किया गया है। शनिवार को भी राजस्थान के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई, जिससे जलभराव और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई और विभिन्न क्षेत्रों में निचले इलाकों में पानी भर गया।
भारी बारिश ने बढ़ाई परेशानी
राजस्थान में मानसून की बारिश से सुकून तो मिला, लेकिन इसके साथ ही कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। खासकर झालावाड़, धौलपुर, करौली, अलवर में तेज बरसात हुई। इसके अलावा, झालावाड़ में 4 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया।
झालावाड़ जिले के सुनेल थाना क्षेत्र में स्थित सामिया गांव के एनीकट में नहाते समय तीन बच्चे डूब गए। दो बच्चों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि एक बच्चे की तलाश जारी है। इस घटना ने स्थानीय निवासियों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
इन क्षेत्रों में हुई भारी बारिश
झालावाड़ (108MM): मानसून की सबसे ज्यादा बारिश झालावाड़ के मनोहर थाना क्षेत्र में दर्ज की गई।
धौलपुर (50MM): सैंपऊ में भारी बारिश हुई।
भरतपुर (38MM): नगर क्षेत्र में भी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया।
अलवर (50MM): थानागाजी में भारी बारिश देखी गई।
इसके अलावा, सिरोही, चित्तौड़गढ़, करौली, प्रतापगढ़ जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे क्षेत्रीय जल स्रोतों में वृद्धि देखी गई।
ऐसे समझें 24 घंटे की बारिश का असर
मानसून का असर जारी: राजस्थान के 30 जिलों में मानसून के कारण बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
झालावाड़ में बच्चों की दुखद मृत्यु: झालावाड़ जिले के सुनेल थाना क्षेत्र में स्थित सामिया गांव के एनीकट में नहाते समय तीन बच्चे डूब गए। दो शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि एक बच्चे की तलाश जारी है।
झुंझुनूं में कदम कुंड झरना बहने लगा: भारी बारिश के बाद झुंझुनूं जिले में कदम कुंड झरना बहने लगा, जो अब श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है।
अजमेर में लसाडिया बांध ओवरफ्लो: केकड़ी के धुंवालिया गांव स्थित लसाडिया बांध शनिवार शाम को ओवरफ्लो हो गया, जिससे इलाके के जल स्रोतों में वृद्धि हुई।
दौसा में स्कूलों में पानी भरने की समस्या: दौसा जिले के बांदीकुई में स्थित सरकारी स्कूल के सामने बारिश के कारण पानी भर गया, जिससे बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा और यहां विरोध प्रदर्शन हुआ।
जलस्तर में वृद्धि
अजमेर जिले के केकड़ी के धुंवालिया गांव में स्थित लसाडिया बांध शनिवार शाम को ओवरफ्लो हो गया। बांध की भराव क्षमता 406 एमसीएफटी पानी की है, और यह पानी नसीराबाद, भिनाय और सरवाड़ क्षेत्र में हुई बारिश के कारण भर गया। बांध में लगातार पानी बढ़ने से आने वाले दिनों में जलसंकट से मुक्ति मिल जाएगी, लेकिन फिलहाल आसपास के क्षेत्राें में बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है।
झुंझुनूं जिले में भारी बारिश के बाद अब कदम कुंड झरना बहने लगा है, जो कि छापोली की पहाड़ियों में स्थित है। यह झरना श्रद्धालुओं के लिए एक धार्मिक स्थल है, जहाँ सावन के महीने में लोग पवित्र कावड़ भरने के लिए आते हैं। यह प्राकृतिक घटना न केवल पर्यटकों को आकर्षित करती है, बल्कि इलाके के पारिस्थितिकी तंत्र को भी लाभ पहुंचाती है।
स्कूली बच्चों के लिए समस्या
राजस्थान के दौसा जिले के बांदीकुई में स्थित एक सरकारी स्कूल के बाहर बारिश के कारण पानी भरने की समस्या उत्पन्न हो गई है। स्कूल के बच्चों ने इस समस्या के खिलाफ प्रदर्शन किया और प्रशासन से जल्द समाधान की अपील की है। यह समस्या कई जगहों पर है, जहां सरकारी और निजी संस्थानों के मार्गों पर पानी भरने के कारण बच्चों और आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम की भविष्यवाणी
आगे के दिनों में भी राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में मानसून की बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग ने 30 जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की है और साथ ही मूसलधार बारिश के साथ जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना जताई है।
प्रमुख क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश
सिरोही: हल्की बारिश ने इलाके के जल स्रोतों को पुनः भर दिया है।
चित्तौड़गढ़: दोपहर 2:15 बजे से तेज बारिश हुई, जिससे मौसम में ठंडक आई।
करौली, प्रतापगढ़: इन क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई।