/sootr/media/media_files/2025/09/26/murder-2025-09-26-17-06-46.jpg)
बाड़मेर के सरहद सरणू क्षेत्र में 17 सितंबर 2025 को हुई खेताराम की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। हत्या का मास्टरमाइंड एनएसजी कमांडो चंपालाल जाट और उसके साथी ओमप्रकाश जाट को गुजरात के कपड़वंज शहर से गिरफ्तार किया गया। इस हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी थी। |
हत्या का विवरण और आरोपियों की पहचान
बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि घटना की रात खेताराम अपने दो दोस्तों हरलाल और वीरेंद्र के साथ बोलेरो गाड़ी से घर लौट रहे थे। इसी दौरान उनका सामना आरोपियों से हो गया। कहासुनी के बाद, आरोपी चंपालाल और ओमप्रकाश सहित 4-5 अन्य लोगों ने खेताराम और उनके साथियों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में खेताराम की मौत हो गई, जबकि हरलाल गंभीर रूप से घायल हो गए। वारदात को अंजाम देकर सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
ये खबरें भी पढ़ें
जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा होंगे राजस्थान हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश
राजस्थान हाईकोर्ट में कल से छह दिन अवकाश, अक्टूबर के पहले सप्ताह में सिर्फ एक दिन काम
बाड़मेर पुलिस की कार्रवाई
हत्या की खबर मिलते ही पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने घटना स्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवार से मिलकर अपराधियों को पांच दिनों के भीतर पकड़ने का भरोसा दिलाया। पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी की और आरोपियों की धरपकड़ के लिए कई टीमों का गठन किया। एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की पहचान की गई।
हाई-प्रोफाइल केस की जांच प्रक्रिया
बाड़मेर खेताराम हत्याकांड एक हाई-प्रोफाइल केस था, जिसमें पुलिस ने बड़े ही सुनियोजित तरीके से काम किया। पुलिस ने आधुनिक तकनीक और पारंपरिक पुलिसिंग का बेहतरीन तालमेल बिठाया। घटनास्थल से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने टीमों को घटनास्थल और अस्पताल भेजा। साथ ही, एफएसएल (FSL), एमओबी (MOB) और डॉग स्क्वाड (Dog Squad) को बुलाया। नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने टोल नाकों और रेलवे स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले।
पाली से गुजरात तक हाई-टेक पीछा
पुलिस टीम को जोधपुर और पाली रेलवे स्टेशन पर भेजा गया, जहां पाली रेलवे स्टेशन के फुटेज में आरोपी चंपालाल और ओमप्रकाश को एक साथ देखा गया। फुटेज और पूछताछ से यह जानकारी मिली कि दोनों ने गुजरात के पालनपुर की टिकट ली थी। यह एक बड़ा ब्रेकथ्रू साबित हुआ। पुलिस टीम तुरंत गुजरात पहुंची और पालनपुर रेलवे स्टेशन पर लगे कैमरों की जांच की। कैमरों ने बताया कि आरोपी टैक्सी से बस स्टैंड की तरफ गए थे।
ये खबरें भी पढ़ें
राजस्थान में महिला कांस्टेबल ने की मीना समाज पर विवादित टिप्पणी, गरमाया माहौल, जानें पूरा मामला
राजस्थान मौसम अपडेट : दिन में गर्मी-रात में हल्की सर्दी, कई शहरों में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से कम
गुजरात से हिम्मतनगर तक का सफर
गुजरात के पालनपुर से पुलिस टीम ने डीसा और हिम्मतनगर की ओर रुख किया। हिम्मतनगर में पुलिस ने होटलों, ढाबों और स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाई। इस दौरान पुलिस को विश्वसनीय सूचना मिली कि आरोपी कपड़वंज शहर के थुंचाल गांव में छिपे हुए हैं। हेड कांस्टेबल सवाईसिंह के नेतृत्व में टीम ने थुंचाल गांव में पहुंचकर खेतों की तलाशी शुरू की। जैसे ही पुलिस ने आरोपियों को देखा, चंपालाल और ओमप्रकाश भागने लगे।
एनएसजी कमांडो की गुजरात से गिरफ्तारी
चंपालाल, जो एक प्रशिक्षित एनएसजी कमांडो था, ने पुलिस से मुकाबला करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे और उसके साथी ओमप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता साबित हुई।