जैसलमेर सीमा पर पकड़ा संदिग्ध जासूस, मोबाइल से मिले पाकिस्तानी नंबर, जांच जारी

जैसलमेर के आर्मी एरिया से पकड़े गए संदिग्ध युवक जीवन खान के पाकिस्तान से संपर्क की जानकारी मिली है। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं।

author-image
Nitin Kumar Bhal
New Update
rajasthan-army-area-spy-activities-jaisalmer

Photograph: (The Sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

जैसलमेर के आर्मी एरिया में सुरक्षा एजेंसियों ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ा है, जिसका नाम जीवन खान (25) बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इस युवक ने पाकिस्तानी नंबरों से बातचीत की थी, और उसके मोबाइल में पाकिस्तान के नंबर भी मिले हैं। इस मामले के बाद सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं और युवक से पूछताछ करने के लिए उसे संयुक्त जांच कमेटी (JIC) को सौंपने वाली हैं।

rajasthan-army-area-spy-activities-jaisalmer
जैसलमेर में पकड़ा गया संदिग्ध जीवन खान। Photograph: (The Sootr)

यह खबर भी देखें... 

भारतीय सेना और DRDO की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजी, ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत कार्रवाई, जानें पूरा मामला

संदिग्ध आर्मी एरिया के रेस्त्रां में करता था काम

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पकड़ा गया युवक 2-3 साल पहले जैसलमेर के आर्मी एरिया में स्थित एक रेस्त्रां में काम करता था। बाद में उसने काम छोड़ दिया था, लेकिन अब वह वापस उसी रेस्त्रां में काम जॉइन करने के लिए आया था। जांच के दौरान, युवक के मोबाइल से पाकिस्तान के नंबरों से बातचीत के सबूत मिले हैं, जिससे मामला और भी संदिग्ध हो गया है।

4 अगस्त को पकड़ा गया था DRDO गेस्ट हाउस मैनेजर

राजस्थान जासूसी मामला : इससे पहले, जैसलमेर के पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में 4 अगस्त को पकड़े गए DRDO गेस्ट हाउस के मैनेजर महेंद्र प्रसाद ने पाकिस्तान के सैन्य जानकारियां साझा की थीं। इस मामले ने सुरक्षा एजेंसियों को और भी सतर्क कर दिया है, और अब संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। जैसलमेर DRDO पाकिस्तानी जासूस मामला ने गहरी चिंता को उजागर किया है।

rajasthan-army-area-spy-activities-jaisalmer
DRDO गेस्ट हाउस के मैनेजर महेंद्र प्रसाद। Photograph: (The Sootr)

जैसलमेर में जासूसी के मामले

साल 2025 में पकड़े गए जासूस

  • 26 मार्च: राजस्थान इंटेलिजेंस ने चांधन फील्ड फायरिंग रेंज के पास करमों की ढाणी निवासी पठान खान को गिरफ्तार किया था। वह पहलगांव आतंकी हमले से पहले पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था।

  • 28 मई: राजस्थान इंटेलिजेंस ने सालेह मोहम्मद के निजी सहायक शकूर खान को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में डिटेन किया और बाद में उसे गिरफ्तार किया।

  • 4 अगस्त: जैसलमेर में DRDO के गेस्ट हाउस के मैनेजर महेंद्र प्रसाद को पकड़ा गया, जिन्होंने भारतीय सेना की खुफिया जानकारियां पाकिस्तानी हैंडलर को दी थीं।

rajasthan-army-area-spy-activities-jaisalmer
Photograph: (The Sootr)

भारत में पाकिस्तान की नजर किस पर है?

राजस्थान की सीमाओं से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों की नजरें हमेशा रहती हैं, क्योंकि भारत-पाक सीमा की लंबाई 1070 किलोमीटर है। यहां तीन बड़े एयरबेस और कई सैन्य ठिकाने हैं, जो पाकिस्तान के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इन क्षेत्रों से हर छोटी से छोटी जानकारी हासिल करने की कोशिश करती है, और इनकी गतिविधियां हमेशा सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का कारण बनी रहती हैं। आए दिन पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार होते रहते हैं।

rajasthan-army-area-spy-activities-jaisalmer
Photograph: (The Sootr)

पाकिस्तान जासूसों से क्या जानकारी प्राप्त करना चाहता है?

सेना का मूवमेंट और सैन्य ठिकाने

पाकिस्तान के खुफिया एजेंट युद्ध के समय सेना की मूवमेंट, सैन्य ठिकानों की जानकारी, तैनाती, फेंसिंग और बीओपी (बॉर्डर आउटपोस्ट) की लोकेशन जैसी जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं। यह जानकारी पाकिस्तान को भारतीय सेना के खिलाफ रणनीति तैयार करने में मदद करती है।

सैन्य निर्माण और इन्फ्रास्ट्रक्चर

पाकिस्तानी एजेंटों के लिए, सैन्य ठिकानों के अलावा, ब्रिजों, सैन्य सड़कों, अंडरब्रिज, ओवरब्रिज और अंतर्राष्ट्रीय सीमा से जुड़े अन्य निर्माण कार्य की जानकारी भी महत्वपूर्ण होती है। इन क्षेत्रों के निर्माण से जुड़े डिटेल्स की तस्वीरें और लोकेशन की जानकारी पाकिस्तान के जासूस इकट्ठा करते हैं और अपने हैंडलरों को भेजते हैं।

स्कूल, हॉस्टल और अन्य प्रशासनिक भवन

आर्मी एरिया में स्थित स्कूलों, हॉस्टलों और अन्य प्रशासनिक भवनों की लोकेशन और उनकी तस्वीरें पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों द्वारा इकट्ठी की जाती हैं। ये एजेंट इस प्रकार के महत्वपूर्ण डेटा को साझा करते हैं, ताकि पाकिस्तान अपनी सैन्य रणनीति में इन जानकारियों का उपयोग कर सके।

मोबाइल टावर और उनकी लोकेशन

सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थापित मोबाइल टावरों की लोकेशन, उनकी तस्वीरें, और उनकी कार्यक्षमता भी जासूस पाकिस्तान के एजेंटों को भेजते हैं। इन टावरों से जुड़े डेटा को भी वे अपने देश की खुफिया एजेंसियों को देते हैं, ताकि पाकिस्तान के लिए इनका रणनीतिक उपयोग किया जा सके।

FAQ

1. जैसलमेर में पकड़ा गया संदिग्ध युवक कौन था और उसे क्यों पकड़ा गया?
पकड़ा गया युवक जीवन खान (25) था, जो पाकिस्तान के नंबरों से बातचीत कर रहा था। उसे सुरक्षा एजेंसियों ने संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर पकड़ा और अब उसे संयुक्त जांच कमेटी को सौंपा जाएगा।
2. पाकिस्तान जासूसों से कौन सी जानकारियां प्राप्त करना चाहता है?
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां भारतीय सेना के मूवमेंट, सैन्य ठिकाने, पुलों, सड़कों, और मोबाइल टावरों जैसी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहती हैं।
3. जैसलमेर में सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा की गई हालिया गिरफ्तारी क्या है?
हाल ही में, सुरक्षा एजेंसियों ने DRDO के गेस्ट हाउस के मैनेजर महेंद्र प्रसाद को पकड़ा, जिन्होंने पाकिस्तान के लिए भारतीय सेना की खुफिया जानकारियां साझा की थीं।
4. राजस्थान में पाकिस्तान के जासूसों की गतिविधियों से सुरक्षा एजेंसियां कैसे निपटती हैं?
सुरक्षा एजेंसियां भारतीय सीमा पर लगातार निगरानी रखती हैं और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई करती हैं। जासूसों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाती है।
5. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां भारतीय सीमा पर क्यों सक्रिय रहती हैं?
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां भारतीय सीमा पर सक्रिय रहती हैं क्योंकि यह सीमा पाकिस्तान के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है और वे यहां से हर छोटी जानकारी हासिल करना चाहते हैं।

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट केसाथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧‍👩

जैसलमेर DRDO पाकिस्तानी जासूस मामला राजस्थान जासूसी मामला पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंट पाकिस्तानी जासूस