गर्लफ्रेंड के लिए सेना का जवान बना गद्दार,गंदे काम के लिए हर बार लेता था 3 लाख

राजस्थान के सेना के जवान को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया, साथ में उसकी गर्लफ्रेंड भी शामिल थी। वह छुट्टी पर रहते हुए अवैध तस्करी में शामिल था।

author-image
Nitin Kumar Bhal
New Update
opium smuggling

एआई निर्मित चित्र। Photograph: (The Sootr)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

भारतीय सेना के एक जवान पर प्यार का खुमार कुछ ऐसा चढ़ा कि वो अपनी गर्लफ्रेंड के लिए सेना के अनुशासन और देशहित को छोड़ चंद रुपयों के लिए अफीम तस्कर बन बैठा।  सेना से छुट्टी लेकर वह अफीम की खेप मणिपुर पहुंचाने लगा। हर खेप के उसे तीन लाख रुपए तक मिलने लगे। तस्करी की कालिख से रंगे इन रुपयों को वो अपने और गर्लफ्रेंड के ऐशो—आराम पर खर्च करने लगा। पुलिस से बचने के लिए वह गर्लफ्रेंड को भी तस्करी के दौरान अपने साथ रखता था। गर्लफ्रेंड को भी तस्करी में भागीदारी के एवज में 50 हजार रुपए मिलते थे। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने इन दोनों को उनके एक और साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया। सेना के जवान से उसकी लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद हुई है। दिल्ली पुलिस ने सेना के कॉन्स्टेबल गोधुराम, उसकी गर्लफ्रेंड देवी और उनके साथी पीराराम को गिरफ्तार किया। गोधुराम ने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर स्मगलिंग का रैकेट बना रखा था। पुलिस ने 7 जुलाई 2025 को दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके से एक क्रेटा कार को रोका, जिसमें 18 अफीम के पैकेट छुपाए गए थे। इनमें से कुछ पैकेट दिल्ली में सप्लाई होने थे। कार की तलाशी में एक पिस्टल भी बरामद हुई, जो गोधुराम की थी। दिल्ली पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया और उन्हें रिमांड पर भेज दिया।

ये खबर भी पढ़ें... कन्हैयालाल हत्याकांड : फिल्म उदयपुर फाइल्स रुकवाने सुप्रीम कोर्ट पहुंचा आरोपी

सेना से छुट्टी ली पर लौटा नहीं

गोधुराम, जो कि कच्छ (गुजरात) में पोस्टेड था, जनवरी 2024 में तीन महीने की छुट्टी पर आया था, लेकिन बाद में वह वापस अपनी ड्यूटी पर लौटे बिना तस्करी के रैकेट में शामिल हो गया। गोधुराम के खिलाफ सेना की तरफ से कोई कार्रवाई की गई है या नहीं, इसकी जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं है।

ले डूबी जल्दी अमीर बनने की चाह

गोधुराम ने यह स्वीकार किया कि वह जल्द अमीर बनने और ऐशो-आराम की जिंदगी जीने के लिए तस्करी कर रहा था। उसने बताया कि वह मणिपुर से जोधपुर तक अफीम (राजस्थान में अफीम तस्करी) की खेप पहुंचाने के लिए प्रति ट्रिप 3 लाख रुपए कमाता था। इस काले धंधे में गोधुराम की मुलाकात तस्कर भागीरथ से हुई, जो ऐशो-आराम की जिंदगी जीता था। भागीरथ की जीवनशैली से प्रेरित होकर, गोधुराम ने भी स्मगलिंग करना शुरू कर दिया।

ये खबर भी पढ़ें... सोलर प्लांट के लिए खेजड़ी पेड़ों की अवैध कटाई, काट डाले 428 पेड़

गर्लफ्रेंड को मिलते थे 50 हजार

गोधुराम के साथ तस्करी करने में उसकी गर्लफ्रेंड भी शामिल थी। उसे तस्करी के दौरान 50 हजार रुपए दिए जाते थे। पुलिस से बचने के लिए गोधुराम अपनी गर्लफ्रेंड को साथ लेकर जाता था। गोधुराम ने मणिपुर में अफीम की खेप रमेश मैती से खरीदी थी, जो बाद में दिल्ली और जोधपुर में सप्लाई होनी थी।

FAQ

1. गोधुराम ने तस्करी क्यों शुरू की?
गोधुराम ने जल्द अमीर बनने और ऐशो-आराम की जिंदगी जीने के लिए तस्करी शुरू की। उसने भागीरथ की जीवनशैली देखकर खुद को इसमें शामिल किया।
2. दिल्ली पुलिस ने गोधुराम और उसके साथियों को किस समय पकड़ा?
दिल्ली पुलिस ने 7 जुलाई को गोधुराम, उसकी गर्लफ्रेंड और उनके साथी को दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके से गिरफ्तार किया।

thesootr links

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬

👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

Rajasthan राजस्थान तस्करी अफीम तस्करी राजस्थान में अफीम तस्करी