राजस्थान में गैंगस्टर्स के मध्यप्रदेश-उत्तर प्रदेश के तस्करों से जुड़े तार, मंगवा रहे नए-नए हथियार
राजस्थान में गैंगस्टर्स अवैध एके-47 और एके-56 जैसे आधुनिक हथियार दूसरे प्रदेशों से मंगवा रहे हैं। एजीटीएफ ने कार्रवाई करते हुए कई हथियार और कारतूस जब्त किए हैं।
राजस्थान में गैंगस्टर्स अब दूसरे प्रदेशों से आधुनिक और खतरनाक हथियार मंगवा रहे हैं। इन हथियारों में एके-47 और एके-56 और ऑटोमैटिक पिस्टल शामिल हैं, जो एक प्रकार से गैंगस्टर्स के बीच स्टेटस सिंबल बन गए हैं। इन हथियारों का इस्तेमाल विरोधी गैंगों पर धौंस जमाने के लिए भी किया जा रहा है। एंटी गैंगस्टर्स टास्क फोर्स (एजीटीएफ) की जांच में इन अवैध हथियारों की तस्करी और उनके नेटवर्क की जानकारी सामने आई है। एजीटीएफ ने अवैध हथियारों और संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान एके-56, दो एके-47 और लगभग 40 अन्य हथियार और दो हजार कारतूस जब्त किए गए। साथ ही कई बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। अब एजीटीएफ अवैध हथियारों की तस्करी के इस बड़े नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए काम कर रही है।
चूरू और प्रतापगढ़ में बड़े ऑपरेशन
एजीटीएफ की कार्रवाई में चूरू और प्रतापगढ़ जिलों में प्रमुख गिरफ्तारियां हुई हैं। चूरू में पुलिस के बर्खास्त सिपाही प्रवीण जोड़ी, देवेंद्र नूंह और महिपाल को गिरफ्तार किया गया, जिनसे 18 हथियार बरामद किए गए। प्रतापगढ़ में भी बड़ी कार्रवाई हुई, जिसमें राकेश राठौड़ को गिरफ्तार किया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश के हिस्ट्रीशीटर सलमान को गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ में 15-16 हथियार और 1800 से ज्यादा कारतूस बरामद हुए।
हिस्ट्रीशीटर और गन हाउस का कनेक्शन
गिरफ्तार किए गए आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर एजीटीएफ ने एटा के एक गन हाउस के मालिक को भी गिरफ्तार किया। इस गन हाउस के मालिक ने स्वीकार किया कि उसने बदमाशों को फर्जी लाइसेंसों के तहत कारतूस सप्लाई किए थे। इसके साथ ही उसने हथियारों की अवैध तस्करी से जुड़े एक बड़े गिरोह की जानकारी दी। एजीटीएफ ने अब इस तस्करी नेटवर्क को पूरी तरह से खंगालने का काम शुरू कर दिया है।
एजीटीएफ अब हथियारों की तस्करी पर कड़ी निगरानी रख रही है। मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के तस्करों से जुड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए एजीटीएफ को बड़ी कार्रवाई की उम्मीद है। एजीटीएफ की रिपोर्ट के अनुसार, इन तस्करों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला जारी रहेगा और जल्द ही कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
हथियारों की सप्लाई और फैक्ट्री कनेक्शन
जांच में यह भी पता चला है कि मध्यप्रदेश के कुछ इलाकों में हथियार बनते हैं, जो बाद में राजस्थान और अन्य राज्यों में सप्लाई किए जाते हैं। एजीटीएफ ने जिन हथियारों को जब्त किया है, उनमें फैक्ट्री में बने हुए हथियार भी शामिल हैं। इससे यह साफ हो गया है कि तस्करी के इस बड़े नेटवर्क में कई राज्यों के बीच घनिष्ठ संबंध हैं।
तस्करी और कारतूस की सप्लाई की रोकथाम
राजस्थान की पुलिस अब चित्तौड़गढ़, जोधपुर और भरतपुर के एसपी को खास निर्देश दे चुकी है कि वे इस तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाएंगे। मध्यप्रदेश के हिस्ट्रीशीटर सलमान को पहले बांसवाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अब उससे जुड़ी और जानकारी निकलने की संभावना है। मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के तस्कर जो राजस्थान में अवैध हथियार सप्लाई करते हैं, उनका नेटवर्क लगातार सक्रिय है। एजीटीएफ अब इन तस्करों को पकड़ने के लिए उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख रही है।
FAQ
1. राजस्थान में गैंगस्टर्स के द्वारा कौन से खतरनाक हथियार मंगवाए जा रहे हैं?
राजस्थान में गैंगस्टर्स एके-47 और एके-56 जैसे खतरनाक हथियार मंगवा रहे हैं, जो उनके लिए एक स्टेटस सिंबल बन गए हैं।
2. एजीटीएफ ने अब तक क्या कार्रवाई की है?
एजीटीएफ ने अवैध हथियारों की तस्करी और संगठित अपराध के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एके-47, एके-56 जैसे हथियार और दो हजार कारतूस जब्त किए हैं। कई बदमाशों को भी गिरफ्तार किया गया है।
3. हथियारों की तस्करी पर रोकथाम के लिए एजीटीएफ ने क्या कदम उठाए हैं?
एजीटीएफ ने तस्करी पर रोकथाम के लिए मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के तस्करों के नेटवर्क पर कड़ी निगरानी रखी है और जल्द ही इस पर बड़ी कार्रवाई की संभावना है।