‘मार्बल का कचरा’ बन गया बर्फीला हिल स्टेशन, अब राजस्थान के किशनगढ़ में आते हैं हजारों सैलानी

राजस्थान के किशनगढ़ में बर्फीली वादियों और समुद्री तट जैसा नजारा, नया टूरिस्ट हॉटस्पॉट। जानिए कैसे एक डंपिंग यार्ड ने बदल दी किशनगढ़ की पहचान और टूरिज्म को बढ़ावा दिया।

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Nitin Kumar Bhal
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Photograph: (The Sootr)

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रोहित पारीक @ किशनगढ़

राजस्थान में जयपुर से महज़ 90 किलोमीटर दूर। किशनगढ़ में ऐसा नज़ारा है, जिसे देख लोग कहते हैं, बर्फ भी है, शिकारा भी…पर ये कश्मीर नहीं। करीब 22 साल पहले जयपुर-अजमेर नेशनल हाइवे पर किशनगढ़ के मार्बल कारोबारियों को स्लरी यानी वेस्ट डंप करने के लिए जमीन दी गई थी। धीरे–धीरे ये सफेद स्लरी 25–30 फीट ऊँचे पहाड़ों में बदल गई। सूरज की रोशनी पड़ते ही ये पहाड़ बर्फ जैसे चमकते हैं। 

यही स्लरी यार्ड आज “किशनगढ़ स्नो पार्क” के नाम से मशहूर है। विश्वभर में किशनगढ़ मार्बल सिटी के नाम से प्रसिद्ध है। किशनगढ़ के डंपिंग यार्ड का नजारा बर्फीली वादियों और समुद्री तट (बीच) जैसा देखने को मिलता है। यहां बर्फीली चादर और समुद्री तट जैसा नीला पानी नजर आता है। डंपिंग यार्ड 300 बीघा में फैला हुआ है। मार्बल कटिंग से निकलने वाली स्लरी यानी बारीक कणों को डंपिंग यार्ड में डाला जाता है। स्लरी दूध जैसी सफेद हाेती है, इसीलिए बर्फीली वादियों जैसा नजारा देखने को मिलता है। बरसात के मौसम में यहां का नजारा स्विटजरलैंड की बर्फीली वादियों सा आनंद देता है।

टूरिस्टों का नया हॉटस्पॉट

आज यह जगह किसी ड्रीम डेस्टिनेशन से कम नहीं। जीप सफारी और हॉर्स राइडिंग एडवेंचर पसंद लोगों की पहली पसंद। बारिश के पानी से बनी झील में शिकारा बोटिंग, जो भले ही सिर्फ फोटो शूट के लिए हो, मगर कश्मीर की याद दिला देती है। बच्चों के लिए किड्स ज़ोन और कपल्स के लिए थीम बेस्ड प्री-वेडिंग शूट की खास सुविधा। यहां सुबह 9.30 से शाम 5.30 बजे तक सैलानियों का जमावड़ा रहता है।

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किशनगढ़ में स्लरी वेस्ट डंप यार्ड। Photograph: (The Sootr)

बॉलीवुड और बड़े सितारों की पसंद

किशनगढ़ स्नो पार्क सिर्फ टूरिस्ट ही नहीं, फिल्ममेकर्स का भी फेवरेट है। कपिल शर्मा की फिल्म 'किस किस को प्यार करूं' का रोमांटिक गाना यहीं शूट हुआ था। टाइगर श्रॉफ-श्रद्धा कपूर की बागी 3 में भी यहीं के नज़ारे दिखाए गए। दिसंबर 2024 में बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने अपना प्री-वेडिंग शूट यहीं किया। लोकल फोटोग्राफर्स से लेकर बॉलीवुड तक, हर कोई इस जगह का दीवाना है। सोनाक्षी सिन्हा, प्रभु देवा, सपना चौधरी सहित अन्य फिल्म और एलबम की शूटिंग कर चुके हैं। क्रिकेटर शिखर धवन विज्ञापनों की शूटिंग कर चुके हैं।

पर्यावरण के लिए खतरा माना जा रहा किशनगढ़ स्नो पार्क

  • किशनगढ़, राजस्थान (Kishangarh, Rajasthan) भारत का एक महत्वपूर्ण मार्बल उद्योग (Marble Industry) केंद्र है, जहां मार्बल स्लरी (Marble Slurry) एक प्रमुख पर्यावरणीय मुद्दा बन चुका है।

  • मार्बल स्लरी एक अपशिष्ट उत्पाद (Waste Product) है जो मार्बल प्रोसेसिंग के दौरान निकलता है। इसमें पानी (Water) और मार्बल पाउडर (Marble Powder) का मिश्रण होता है, जिसमें कैल्शियम कार्बोनेट (Calcium Carbonate) मौजूद होता है।

  • यह सफेद, गाढ़ा घोल (Thick White Mixture) होता है जो सूखने पर ठोस बन जाता है।

किशनगढ़ में मार्बल स्लरी डंपिंग यार्ड

  • किशनगढ़ में स्लरी डंपिंग यार्ड (Marble Slurry Dumping Yard in Kishangarh) एक विशाल सफेद पहाड़ (White Mountain) जैसा दिखाई देता है।

  • यह डंपिंग यार्ड, किशनगढ़ के पास स्थित है और इसे “किशनगढ़ मार्बल स्लरी डंपिंग यार्ड” (Kishangarh Marble Slurry Dumping Yard) के नाम से जाना जाता है।

  • यह यार्ड 200 एकड़ (200 Acres) से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है।

  • रोजाना 1,200 से अधिक मार्बल प्रसंस्करण इकाइयाँ (Over 1,200 Marble Processing Units) इस यार्ड में 5,500 मीट्रिक टन से अधिक मार्बल स्लरी (Over 5,500 Metric Tons of Marble Slurry) डालती हैं।

पर्यावरणीय चिंताएँ

मार्बल स्लरी डंपिंग यार्ड के कारण कई पर्यावरणीय समस्याएँ (Environmental Issues) उत्पन्न होती हैं:

  • भूजल प्रदूषण (Groundwater Pollution): स्लरी में मौजूद रसायन भूजल (Groundwater) को दूषित कर सकते हैं, जिससे पानी की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।

  • धूल प्रदूषण (Dust Pollution): स्लरी सूखने पर यह धूल (Dust) में बदल जाती है, जिससे हवा (Air) प्रदूषित होती है।

  • कृषि भूमि की गुणवत्ता में गिरावट (Decline in Soil Quality): स्लरी के कारण कृषि भूमि की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे कृषि उत्पादन में कमी आ सकती है।

  • स्वास्थ्य पर प्रभाव (Health Impact): स्थानीय लोगों पर इसके नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, खासकर श्वसन समस्याएँ (Respiratory Issues) उत्पन्न हो सकती हैं।

  • कुछ रिपोर्टों के अनुसार, स्लरी में मौजूद कण (Particles in Slurry) त्वचा संबंधी समस्याएं (Skin Problems) पैदा कर सकते हैं।

किशनगढ़ में पर्यटन और स्लरी डंपिंग यार्ड

  • किशनगढ़ मार्बल स्लरी डंपिंग यार्ड अब एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल (Popular Tourist Spot) बन गया है, जहां लोग तस्वीरें (Photos) लेने और प्री-वेडिंग शूट (Pre-wedding Shoot) करने आते हैं।

  • यह स्थल कश्मीर की बर्फीली वादियों (Snowy Valleys of Kashmir) की तरह दिखता है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

निष्कर्ष

किशनगढ़ का मार्बल स्लरी डंपिंग यार्ड एक पर्यावरणीय चुनौती बन चुका है, लेकिन साथ ही यह एक पर्यटन स्थल (Tourist Destination) भी बन गया है। यहां के पर्यावरणीय मुद्दे (Environmental Issues) जैसे भूजल प्रदूषण और धूल प्रदूषण गंभीर समस्याएँ हैं, लेकिन फिर भी यह स्थल अपने अद्वितीय दृश्य के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

हर दिन हजारों की भीड़

मार्बल एसोसिएशन अध्यक्ष सुधीर जैन के मुताबिक रोजाना यहां 3000 से ज्यादा सैलानी आते हैं। वीकेंड पर ये संख्या बढ़कर 10 हजार पार कर जाती है। दिल्ली, पंजाब, गुजरात और हरियाणा से लेकर राजस्थान के स्थानीय सैलानियों तक, यह जगह अब टूरिस्ट मैप पर बड़ी पहचान बना चुकी है। दरअसल, डंपिंग वेस्ट पहले अभिशाप बन गया था, लेकिन अब  यह सैलानियों का बड़ा स्थान है।

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किशनगढ़ में स्लरी वेस्ट डंप यार्ड। Photograph: (The Sootr)

वेस्ट से वंडर तक की कहानी

2004 में जब यहां 320 बीघा जमीन स्लरी डंपिंग के लिए अलॉट हुई थी, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह जगह एक दिन पर्यटन स्थल बन जाएगी। बाद में 520 बीघा और जमीन मिली, और देखते ही देखते सफेद स्लरी के पहाड़ बर्फीली वादियों जैसे दिखने लगे। 2019 में सरकार ने इसे आधिकारिक पर्यटन स्थल घोषित किया। आज यह स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का बड़ा जरिया बन चुका है।

एक अलग ही अनुभव

यहां आने वाले सैलानी कहते है कि किशनगढ़ स्नो पार्क में आकर लगता है जैसे हम किसी अनोखी दुनिया में हैं- जहां बर्फ जैसी स्लरी है, शिकारा है, झील है, एडवेंचर है और ढेर सारी यादें बनाने का मौका।

FAQ

1. राजस्थान का किशनगढ़ स्नो पार्क क्या है?
राजस्थान का किशनगढ़ स्नो पार्क एक पर्यटन स्थल है, जो पहले एक स्लरी डंपिंग यार्ड था, लेकिन अब यह बर्फीली वादियों और समुद्री तट जैसे दृश्य पेश करता है।
2. राजस्थान का किशनगढ़ स्नो पार्क क्यों प्रसिद्ध है?
यह स्थान बर्फ जैसी सफेद स्लरी, झील, शिकारा बोटिंग और एडवेंचर एक्टिविटी के कारण टूरिस्ट हॉटस्पॉट बन गया है।
3. क्या किशनगढ़ स्नो पार्क में बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हुई है?
हां, कपिल शर्मा, टाइगर श्रॉफ, और श्रद्धा कपूर जैसी बॉलीवुड हस्तियों की फिल्मों की शूटिंग यहां हुई है।
4. किशनगढ़ स्नो पार्क में जाने का सबसे अच्छा समय कब है?
बरसात के मौसम में यह स्थान स्विट्ज़रलैंड जैसी बर्फीली वादियों की तरह लगता है, इसलिए यह समय यात्रा के लिए सबसे अच्छा है।
5. किशनगढ़ स्नो पार्क के बारे में जानकारी कहाँ से प्राप्त करें?
TheSootr पर किशनगढ़ स्नो पार्क से जुड़ी सभी जानकारी और नवीनतम अपडेट प्राप्त की जा सकती हैं।

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