राजस्थान के चित्तौड़गढ़ स्थित सांवलिया सेठ मंदिर में एक श्रद्धालु ने अपनी मनोकामना पूरी होने पर डेढ़ किलो चांदी से निर्मित पेट्रोल पंप का मॉडल भेंट किया।
चित्तौड़गढ़ स्थित भगवान सांवलिया सेठ का मंदिर। Photograph: (The Sootr)
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ स्थित सांवलिया सेठ मंदिर (Lord Sanwaliya Seth Temple in Rajasthan) देश के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, जहां हर महीने करोड़ों रुपए का चढ़ावा आता है। यह मंदिर देशभर से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है, जो यहां अपनी मनोकामनाओं को पूरी करने के लिए आकर दुआ करते हैं। भक्तों द्वारा अर्पित चढ़ावे में चांदी और सोने के आभूषण के साथ-साथ अद्भुत और अनूठी वस्तुएं भी शामिल होती हैं, जो इस मंदिर की भव्यता और श्रद्धा को और बढ़ाती हैं। सांवलिया सेठ मंदिर में सोने-चांदी से बनी वस्तुओं का अर्पण आम बात है। भक्तों द्वारा अक्सर सोने-चांदी के वाहन, हेलीकॉप्टर, हवाई जहाज, ट्रक, डंपर, जेसीबी, और पोकलेन मशीन जैसे मॉडल मंदिर में भेंट किए जाते हैं। यह श्रद्धा का अभूतपूर्व प्रदर्शन है, जो मंदिर के महत्व को दर्शाता है। हाल ही में, एक श्रद्धालु ने मनोकामना पूरी होने पर भगवान को डेढ़ किलोग्राम चांदी से बना पेट्रोल पम्प का मॉडल भेंट किया। इससे पूर्व, एक भक्त ने 3 किलो 5 700 ग्राम चांदी से बनी पोशाक अर्पित की थी, जिसमें सोने की पॉलिश और मीनाकारी का काम किया गया था।
कई भक्त अपने व्यापार में सफलता और अन्य मनोकामनाओं के पूरे होने पर मंदिर (Sanwaliya Seth Temple) में भेंट चढ़ाते हैं। जब व्यापार में वृद्धि होती है, तो भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार चढ़ावे की भेंट चढ़ाते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण रविवार यानि 6 जुलाई को देखने को मिला, जब एक व्यवसायी ने अपनी मनोकामना पूरी होने पर डेढ़ किलो चांदी से निर्मित पेट्रोल पंप का मॉडल मंदिर में अर्पित किया।
खोला था नया पेट्रोल पम्प
डूंगला निवासी व्यवसायी मांगीलाल जारोली ने बताया कि उनके पुत्र कुशल कुमार और सुशील कुमार जारोली ने बड़ीसादड़ी क्षेत्र में "सांवलिया फिलिंग स्टेशन" के नाम से पेट्रोल पंप खोला था। उन्होंने पेट्रोल पंप की स्थापना के लिए मंदिर में अर्जी दी थी। जब उनकी मनोकामना पूरी हुई, तो उन्होंने छप्पन भोग अर्पित किया और साथ ही चांदी से बने पेट्रोल पंप के मॉडल को भी भेंट किया।
भगवान को अर्पित किए 29.22 करोड़
पिछले दिनों कृष्णधाम सांवलियाजी में मासिक भंडारे की गणना का कार्य पूरा हुआ था। मंदिर को भंडार, भेंटकक्ष एवं ऑनलाइन से इस माह कुल 29 करोड़ 22 लाख 60 हजार 530 रुपए भक्तों ने भगवान को भेंट किए थे। भगवान के भंडार से कुल 22 करोड़ 93 लाख 61 हजार 613 रुपए की प्राप्ति हुई। वहीं भंडार से 851 ग्राम 900 मिलीग्राम सोना एवं 73 किलो 500 ग्राम चांदी की प्राप्ति हुई। कार्यालय एवं भेंटकक्ष में नकद एवं ऑनलाइन 6 करोड़ 28 लाख 98 हजार 917 रुपए तथा 142 ग्राम 280 मिलीग्राम सोना एवं 68 किलो 695 ग्राम चांदी भेंटकक्ष से मिली। इसके अलावा विदेशी मुद्रा एवं चेक भी प्राप्त हुए। बता दें, सांवलिया सेठ के भंडार में हर माह भक्त करोड़ों रुपए की धनराशि व सोना-चांदी अर्पित करते हैं।
सांवलिया सेठ मंदिर के बारे में जानें
सांवलिया सेठ मंदिर चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है।
यह मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है और भक्तों के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल है।
मंदिर का नाम सांवलिया सेठ, भगवान कृष्ण के एक रूप, के नाम पर पड़ा है।
मंदिर की वास्तुकला भव्य और अद्भुत है, जिसमें सुंदर मीनाकारी और कारीगरी की गई है।
श्रद्धालु यहां चढ़ावे में धनराशि के साथ चांदी-सोने के आभूषण अर्पित करते हैं।
मंदिर का मुख्य आकर्षण भगवान श्री कृष्ण की सुंदर मूर्ति है।
मंदिर में विशेष अवसरों पर भव्य पूजा और उत्सव आयोजित किए जाते हैं।
यह मंदिर राजस्थान के प्रमुख मंदिरों में गिना जाता है और देशभर से भक्त यहां आते हैं।
FAQ
1. सांवलिया सेठ मंदिर कहां स्थित है? (Where is the Sawaliya Seth Temple located?)
सांवलिया सेठ मंदिर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है। यह मंदिर चित्तौड़गढ़-उदयपुर हाइवे पर भादसोड़ा के समाप मंडफिया गांव में स्थित है।
2. सांवलिया सेठ मंदिर में भेंट अर्पित करने का क्या महत्व है? (What is the significance of making offerings at Sawaliya Seth Temple?)
सांवलिया सेठ मंदिर में भेंट अर्पित करने का उद्देश्य अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आस्था और श्रद्धा को व्यक्त करना है। भक्त अपनी सफलता, व्यापार वृद्धि, और अन्य आशीर्वाद के लिए यहां भेंट अर्पित करते हैं।