Raipur. इस बार राखी के त्यौहार में गोबर से बनी राखियां भी बाजार में रंग जमाने वाली हैं। इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ की गोबर की बनी राखियां अयोध्या वासियों की कलाइयों पर भी सजने वाली है। रायपुर के गौठानों में महिलाएं गोबर की सुंदर राखियां तैयार कर रही हैं। इसके लिए अयोध्या से राखियों का आर्डर भी रायपुर पहुंचा है। इस रक्षाबंधन में करीब 3 हजार से ज्यादा राखियां रायपुर के गोकुल नगर गौठान में तैयार की जा रही है। यह राखियां तैयार होने के बाद अगस्त के दूसरे हफ्ते तक अयोध्या पहुंच जाएंगी।
इन राखियों से अंकुरित होंगे तुलसी के पौधे
रायपुर के गौठान में जो राखियां तैयार की जा रही हैं। इन राखियों में खास बात यह है कि हर राखी के बीच में तुलसी के बीज भी डाले गए हैं। जिससे अगर इन राशियों को मिट्टी से भरे गमले में डाला जाएगा तो उसमें से भी पौधा अंकुरित हो जाएगा। गोबर को हमेशा से शुद्ध और पवित्र माना गया है और इसमें तुलसी के बीज जाने के बाद यह और भी ज्यादा खास हो गई हैं। विदित हो कि रायपुर के गोकुल नगर गौठान मैं यह पहल की जा रही है। गौठान के संचालक रितेश अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया है कि स्व सहायता समूह की 13 महिलाएं राखियों को तैयार कर रही हैं।
20 प्रकार की राखियां होंगी तैयार
श्री राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से अयोध्या जाने वाली राखियां 20 प्रकार की डिजाइंस में होंगी। इन्हें सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए स्वास्तिक फूल ओम चक्र संयंत्र जैसी डिजाइंस शामिल की गई हैं। वहीं इन्हें मौली धागा से पिरोया जाएगा। विदित हो कि मौली धागा को भी काफी पवित्र माना जाता है। बताया जा रहा है कि राखियों की कीमत 20 रुपए होगी।