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Bhopal. प्रदेश सरकार ने कमलनाथ के करीबी 3 आईपीएस अफसरों के खिलाफ हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच कराने का फैसला लिया है। इन अफसरों में व्ही मधुकुमार, संजय माने और सुशोभन बनर्जी शामिल हैं। खास बात यह है कि इनमें से 2 अधिकारी सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 से पहले इंकमटैक्स के छापों में मिले दस्तावेजों में इन तीन अधिकारियों के नाम सामने आए थे। सरकार ने इन अफसरों से इस पर जवाब तलब किया था। इनके द्वारा भेजे गए जवाब से सरकार संतुष्ट नहीं हुई और अब रिटायर्ड जज से जांच कराने के आदेश दे दिए गए हैं।
एमपी में पहली बार
बता दें कि प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौके है कि जब आईपीएस अधिकारियों की जांच हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश करने जा रहे हैं। इन तीनों अधिकारियों व्ही मधुकुमार, संजय माने और सुशोभन बनर्जी के खिलाफ प्रत्यक्ष कर बोर्ड यानि सीबीडीटी की रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू की जा रही है। इस मसले पर चुनाव आयोग के खत के बाद ईओडब्ल्यू ने दिसंबर 2020 में मामला दर्ज किया था।
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कमलनाथ के करीबियों पर छापे के दौरान मिले थे सुराग
दरअसल अप्रैल 2019 में पूर्व सीएम कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़, सलाहकार राजेंद्र मृगलानी के साथ-साथ 52 जगहों पर छापेमारी की गई थी। जहां करोड़ों के हिसाब-किताब की डायरी और कंप्यूटर डाटा जब्त हुआ था। इस डायरी से इन तीनों अफसरों के नाम मिले थे। डायरी में कई विधायकों और मंत्रियों के भी नाम थे और करोड़ों की राशि के लेनदेन का जिक्र था।
वीडियो भी हुआ था वायरल
इससे पहले एडीजी व्ही मधुकुमार का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वे एक जिले के दौरे पर सर्किट हाउस में थाना प्रभारियों से लिफाफे ले रहे थे और बड़ी स्टाइल से लिफाफों को अपनी तशरीफ के नीचे छिपा भी रहे थे। वीडियो वायरल होने के बाद मामले पर जांच बैठाई गई थी, हालांकि उस मामले में उन्हें क्लीन चिट मिल गई थी।