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JAIPUR. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन में बुधवार को जयपुर में शहीद स्मारक पर पार्टी की ओर से किए गए मौन सत्याग्रह में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट भी मौजूद रहे। पिछले दिनों हुई बैठक के बाद सचिन पायलट के सुर बदले हुए हैं और ये बात आज भी नजर आई जब उन्होंने कहा कि मैने जो 3 मांगें उठाई थीं वो मान ली गई हैं।
सचिन दिखे, चोट की वजह से नहीं आए गहलोत
पिछले सप्ताह दिल्ली में हुई बैठक के बाद सचिन पायलट पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखे। यहां वे पार्टी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और अन्य नेताओं के साथ सत्याग्रह में शामिल हुए। हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर आने का इंतजार आज भी बना रहा, क्योंकि चोटिल होने के कारण गहलोत आज इस सत्याग्रह में शामिल नहीं हो पाए।
'एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही केंद्र सरकार'
सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। लोकतंत्र के लिए ये अच्छा नही है। राहुल गांधी जी ने लोकतंत्र, अहिंसा, प्यार की बात की है, इसलिए उनको टारगेट किया जा रहा है। हम जनता के बीच जाएंगे। अंत में जीत लोकतंत्र की होगी।
'इस बार परिपाटी तोड़कर कांग्रेस की सरकार बनाएंगे'
सचिन पायलट ने कहा कि खड़गे जी ने दिल्ली में बैठक बुलाई थी। हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हम इस बार परिपाटी तोड़कर कांग्रेस की सरकार बनाएंगे। मैंने पेपर लीक पर कारवाई, RPSC में पारदर्शी तरीके से नियुक्ति, पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के समय भ्रष्टाचार की जांच की मांग की थी, युवाओं के हितों की बात की, मेरी तीनों मांगें मान ली गई हैं।
'नौजवान प्राथमिकता'
सचिन पायलट ने कहा कि आरपीएससी में जो सदस्य बनते हैं, उसे लेकर पुख्ता मापदंड बनाने, पेपर लीक के मुद्दों और करप्शन को लेकर जो 3 मांगें रखी थीं, उनको लेकर पार्टी और सरकार में सहमति है। आने वाले सत्र में पेपर लीक मामलों को लेकर सरकार विधानसभा में बिल लाकर नए नियम बनाने जा रही है। प्रदेश की सरकार इन दोनों मुद्दों का निराकरण कर आगे का रास्ता खोलेगी, ताकि नौजवानों का भविष्य सुरक्षित रहे। पायलट ने कहा कि हम सबकी प्राथमिकता देश-प्रदेश के पढ़े-लिखे शिक्षित नौजवानों के मन में उनके भविष्य को लेकर विश्वास जगाना और पेपर लीक प्रकरण को समाप्त करना है।
'बीजेपी में मची है सिर-फुटव्वल'
सचिन पायलट ने कहा कि बीजेपी में जिस तरीके से सिर-फुटव्वल मची हुई है वो सब देख रहे हैं। संगठन और सत्ता अगर मिलकर काम करेगी तो 25 साल से सरकार रिपीट नहीं होने का जो क्रम चल रहा है, उसे हम तोड़ सकते हैं। जैसा संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम वैसे ही मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस में देशभर में रखा 1 दिन का मौन व्रत
सचिन पायलट ने कहा कि जिस तरह से देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है, ये भारत के लिए शुभ संकेत नहीं हैं। यही कारण है कि पूरे देशभर में आज 1 दिन का मौन व्रत रखा है, जिसके जरिए कांग्रेस देश के लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है। इससे लोगों में संदेश पहुंचेगा कि राहुल गांधी ने हमेशा ही प्यार, अहिंसा, लोकतंत्र की मजबूती की बात की है। उनको टारगेट किया जा रहा है, लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। हर मोर्चे पर हम सामना करेंगे।
'हमेशा ही इंसाफ की गुहार लगती है'
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा हमेशा ही इंसाफ की गुहार लगती है। पहले हम भगवान से मांगते हैं, दूसरी बार हम अदालत से इंसाफ मांगते हैं। राहुल गांधी को भगवान से और अदालत से जरूर इंसाफ मिलेगा। अवमानना के मामले में पहली बार किसी को इतनी बड़ी सजा दी गई है। पंजाब में तो हमारे बहुत चलता रहता है। केजरीवाल ने क्या-क्या नहीं बोल दिया। जिस तरह की सजा राहुल गांधी को दी गई है, वो न किसी को मिली और न मिलेगी। रंधावा ने कहा कि दुनिया की सबसे पुरानी और बड़ी पार्टी के नेता की आवाज बंद करना, इतिहास में पहली बार हुआ है। राहुल गांधी को पार्लियामेंट में बोलने से रोकने के लिए सब किया गया। ये देश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। हिमाचल और कर्नाटक में राहुल गांधी की जुबान बंद करने का रिजल्ट देख लिया।
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'इन्होंने अति कर दी'
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि इन्होंने अति कर दी है। इस देश की जनता अति को बर्दाश्त नहीं करती है। राहुल गांधी पर देश की छवि खराब करने के बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि देश की छवि तो तब खराब हुई, जब अमेरिका में जाकर प्रधानमंत्री मोदी ने एक कार्यकर्ता की तरह अगली बार ट्रंप सरकार का नारा दिया। उससे देश की छवि खराब हुई है। देश में क्या चल रहा है। वो सबको पता है। राहुल गांधी के बोलने से छवि खराब कैसे हुई।