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संजय गुप्ता, INDORE. ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक और झटका लगा है उनके साथ कांग्रेस से बीजेपी में आए समंदर पटेल ने फिर कांग्रेस ज्वाइन करने की घोषणा कर दी है। जब सिंधिया कांग्रेस में थे, तब भी समंदर पटेल जावद से टिकट मांग रहे थे, तब भी सिंधिया उन्हें टिकट नहीं दिला सके और वह निर्दलीय चुनाव लड़े। लेकिन जब सिंधिया बीजेपी में गए तो उनका साथ देते हुए वह बीजेपी में आ गए और तभी से लगातार वहां सक्रिय है, लेकिन बताया जा रहा है कि इस बार बीजेपी से उन्हें टिकट मिलने का कोई वादा नहीं मिला। जबकि इस बार उन्हें कांग्रेस से टिकट मिलने की संभावना ज्यादा दिखी, इसके चलते वह अब बीजेपी छोड़ रहे हैं और 18 अगस्त को कांग्रेस में वापसी करेंगे। इंदौर रीजन में समंदर पटेल तुलसी के बाद सिंधिया के सबसे ज्यादा विश्वसनीय माने जाते रहे हैं।
मूल रूप से कांग्रेसी ही है पटेल, 90 करोड़ की संपत्ति के मालिक
समंदर पटेल मूल रूप से कांग्रेसी ही है, वह सत्यनारायण पटेल के पिता रामेश्वर पटेल के चलते राजनीति में आए थे और राउ के लिंबोदी से लगातार 20 साल तक सरपंच रहे। साल 2018 में जब उन्होंने निर्दलीय तौर पर जावद से चुनाव लड़ा तो शपथपत्र के मुताबिक 90 करोड़ से ज्यादा संपत्ति के मालिक थे। वह कोविड काल से ही लगातार जावद में चुनावी तैयारी करते हुए काम कर रहे हैं।
कांग्रेस से बगावत कर पटेल ने निर्दलीय लड़ा था चुनाव
समंदर पटेल की ससुराल नीमच जिले के जावद में है। वे वहां सक्रिय हैं और टिकट भी चाहते हैं। बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं थी। जावद से वर्तमान में लघु और मध्यम उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा BJP से विधायक हैं। 2018 में कांग्रेस ने राजकुमार अहीर को टिकट दिया इसके बाद वह बगावत कर गए और समंदर पटेल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और उस समय उन्हें लगभग 35 हजार वोट प्राप्त हुए थे और कांग्रेस हार गई थी। इसका फायदा सकलेचा को मिला था। वह चार हजार वोट से जीत गए।
पटेल ने लगाए मंत्री सखलेचा पर आरोप
समंदर पटेल ने आरोप लगाया है कि बीजेपी में रहकर वह कार्यकर्ताओं की मदद नहीं कर पा रहे थे। पटेल ने कहा कि जावद विधानसभा की जनता विधायक ओमप्रकाश सखलेचा (एमएसएमई मंत्री ) और उनके समर्थकों की वजह से परेशान है। पटेल ने कहा कि पिछले साढ़े तीन साल से मंत्री सखलेचा मेरे कार्यकर्ताओं के साथ द्वारा दुर्व्यवहार कर रहे हैं। मेरा लगातार अपमान कर रहे हैं। यहां तक की मेरे समर्थकों पर उनके द्वारा झूठे मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। मैं यह सहन नहीं कर सकता। कार्यकर्ताओं के हितों व मान-सम्मान के लिए में बीजेपी छोड़ रहा हूं।
मान-मनौव्वल तो हुई लेकिन कोशिश नाकाम
समंदर पटेल के कांग्रेस में जाने की बात लंबे समय से चल रही थी और इसकी भनक सीएम से लेकर सिंधिया तक थी। उनके मान-मनौव्वल की कोशिश तो लगातार जारी थी लेकिन अब उन्होंने बीजेपी छोड़ने की घोषणा कर दी है। बताया जा रहा है कि सीएम और सिंधिया की तरफ से समंदर पटेल को नीमच विधानसभा से टिकट भी ऑफर किया गया लेकिन यह कहते हुए मना कर दिया कि मैं अब फैसला ले चुका हूं और वैसे भी जावद मेरी पहली प्राथमिकता है।
भ्रष्टाचार की हद हो गई है- पटेल
समंदर पटेल ने द सूत्र से टेलीफोन पर बात करते हुए कहा कि जावद में भ्रष्टाचार की हद हो गई है। मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा के कारण माहौल खराब हो गया है। हर काम पैसे ले-देकर ही होता है। मुझे और कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है, उन पर झूठे केस हो रहे हैं, मेरे काम को मना करवा दिया जाता है। शासकीय कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाता है। मैं इसकी कई बार शिकायत संगठन पर कर चुका हूं लेकिन सखलेचा पर असर नहीं हुआ। सिंधियाजी का प्रेम आज भी मुझ पर है लेकिन अब सम्मान की बात है और मुझे जावद से चुनाव लड़ना है। कांग्रेस क्या टिकट देगी? इस सवाल के जवाब में पटेल ने कहा कि हां मेरी बात हो चुकी है मैं कांग्रेस की ओर से जावद से चुनाव लडूंगा, मैं यहां से कई सालों से मेहनत कर रहा हूं।