JAIPUR. राजस्थान में पर्यटन सीजन बूम पर है। प्रदेश भर के पर्यटक स्थल देश-विदेश के पर्यटकों से गुलजार हो रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच कोविड के बढ़ते मामलों ने पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों और सरकार को चिंता में डाल दिया है। बता दें कि राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग ने पर्यटन स्थलों पर भीड़ को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है और लोगों से कोविड अनुकूल व्यवहार करने की अपील की है।
टूरिस्ट स्टेट : राजस्थान
राजस्थान टूरिस्ट स्टेट माना जाता है और वर्ष के आखिरी सप्ताह में यहां टूरिस्ट सीजन अपने चरम पर होता है। आज से 3 दिन का अवकाश है और आने वाला सप्ताह वर्ष का अंतिम सप्ताह है। ऐसे में राजस्थान के सभी पर्यटक स्थल देश-विदेश पर्यटकों से भरे हुए हैं। राजधानी जयपुर से लेकर सवाई माधोपुर में रणथंभौर, भरतपुर में घना पक्षी अभ्यारण्य, अलवर में सरिस्का, जोधपुर, जैसलमेर, उदयपुर, माउंट आबू, बूंदी और चित्तौड़गढ़ के पर्यटक स्थलों से लेकर धार्मिक महत्व के सभी स्थानों पर इन दिनों देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों तीर्थ यात्रियों की जबरदस्त भीड़ देखी जा रही है।
कोरोना के 10 एक्टिव केस
लेकिन एक अच्छे पर्यटन सीजन की उम्मीद लगाए बैठे राजस्थान के पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को अब कोविड का डर सताने लगा है। देश के विभिन्न राज्यों में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं। वहीं राजस्थान में भी कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। प्रदेश में शुक्रवार शाम 6:00 बजे तक कोरोना के 10 एक्टिव केस थे और 683 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके थे। इसके अलावा 46 से ज्यादा सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भी भेजे गए हैं, ताकि ये पता लगाया जा सके कि संक्रमण किस तरह का है।
कोरोना से एक व्यक्ति की मौत
बता दें कि कोरोना से एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है, हालांकि वह व्यक्ति पहले से ही सिलिकोसिस से पीड़ित था। लेकिन बताया जा रहा है कि उसे कोरोना भी हो गया था। चिकित्सा विभाग के मुताबिक मौजूदा हालात में कोविड के मामले बढ़ सकते हैं। हालांकि कोरोना के नए वेरिएंट को बहुत ज्यादा घातक नहीं बताया जा रहा है, लेकिन कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो इसका असर सीधे तौर पर राजस्थान के पर्यटन व्यवसाय पर पड़ेगा।
कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करें
पर्यटकों की बढ़ती संख्या और कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग ने भी एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि आने वाले त्यौहार व नववर्ष पर कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालना किया जाए। आमजन में कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर प्रणाली का उपयोग संक्रमण से बचाव के लिए उपयुक्त प्रक्रिया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि आईएलआई के रोगियों जिन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, जुकाम व गला खराब की तकलीफ है, उन्हें दूसरे लोगों से दूरी बनानी चाहिए और मास्क का उपयोग करना चाहिए एवं हाथों को आवश्यकतानुसार साबुन से 20 सैकेण्ड तक धोना या सेनेटाईजर का उपयोग करना चाहिए।
विभाग ने एक टीम भी बनाई है
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने एक आदेश जारी कर प्रदेश में कोविड प्रबंधन के लिए स्टेट कोविड मैनेजमेंट टीम गठित की है। चिकित्सा शिक्षा आयुक्त श्री शिवप्रसाद नकाते को स्टेट कोविड मैनेजमेन्ट कमेटी का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। प्रबन्धक निदेशक आरएमएससीएल श्रीमती अनुपमा जोरवाल, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गौरव सैनी, अति. निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, एसएमएस अस्पताल के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. भारती मल्होत्रा, आईडीएसपी के स्टेट नोडल अधिकरी डॉ. प्रवीण असवाल, आरयूएचएस के डॉ. अजीत सिंह एवं राजमेस की उप निदेशक डॉ. वन्दना शर्मा कमेटी के सदस्य होंगे। यह कमेटी कोविड-19 की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए राज्य में आवश्यक गतिविधियां सम्पादित करेगी।