संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में व्यापारियों और आमजन की जगह गुंडों की मदद करने वाले टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है, साथ ही उनकी जांच भी बैठा दी है। यह मामला कोतवाली थाने के टीआई मनोज मेहरा का है। महारानी रोड के दुकानदारों ने इन टीआई की कार्यशैली को लेकर शिकायत की थी, जिसे प्रारंभिक जांच में उच्च अधिकारियों ने सही पाया, इसके बाद डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया ने उन्हें लाइन अटैच कर दिया है। साथ ही व्यापारियों द्वारा की गई शिकायत की जांच के भी आदेश दे दिए हैं। व्यापारियों का आरोप है कि टीआई ने गुंडों के लिए हुई उनकी शिकायतों को दबा लिया और गुंडों की मदद कर दुकानें छीन ली।
यह है मामला
देवी अहिल्या साउंड एंड लाइट विक्रेता संघ ने मनीष चौकसे और सुनील चौकसे को लेकर शिकायत की थी यह दुकानदारों को परेशान कर रहे हैं। चौकसे बंधुओं ने साउंड एंपोरियम के संचालक संजय सिंह मंड की दुकान पर कब्जा कर लिया और इंजीनियर, कामगारों को धमका कर भगा दिया, दुकान पर ताला जड़ दिया। जब टीआई को शिकायत हुई तो उन्होंने कार्रवाई यह कहते हुए टाल दी कि ऊपर से बुलवाना पड़ेगा। बाद में एसोसिएशन ने पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर को शिकायत की। जिसके बाद पुलिस जागी और सुनील चौकसे को गिरफ्तार किया, मनीष भाग गया। यह चौकसे बंधु साइकिल कारोबार की आड़ में व्यापारियों को धमकाने का काम करते हैं। इन आरोपियों के खिलाफ पहले भी आधा दर्जन शिकायतें थी लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
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टीआई बोले ऊपरवालों को बताकर ही किया
उधर टीआई मेहरा का कहना है कि कोतवाली थाना व्यापारिक क्षेत्र में आता है, जिन दुकानदारों का विवाद हुए हैं, जहां कानूनी कार्रवाई की जरूरत हुई वहां कार्रवाई की है। मैंने सभी कार्रवाई अधिकारियों को बताकर ही की है।
सियागंज, रानीपुरा में भी हुई थी शिकायत
कुछ माह पहले सियागंज, रानीपुरा के व्यापारियों ने भी पुलिस से लेकर सीएम तक शिकायत की थी कि पुलिसकर्मी जबरन वसूली करते हैं। इस मामले में सीएम ने भी सख्ती दिखाई थी। जिसकी गाज पुलिसकर्मियों पर गिरी थी।