CHHATARPUR. छतरपुर में एक शिक्षक को अफसर को रिश्वत देना महंगा पड़ गया, जब अफसर ने शिकायत कर थाने पहुंचा दिया। दरअसल जिला पंचायत छतरपुर में सीईओ के पद पर पदस्थ IAS तपस्या सिंह परिहार को शिक्षक विशाल अस्थाना को रिश्वत देना महंगा पड़ गया। सीईओ तपस्या सिंह ने फोन लगाकर पुलिस बुला ली और गिरफ्तार करवा दिया।
ये है पूरा मामला
शिक्षक विशाल अस्थाना को चुनाव में ड्यूटी पर लापरवाही करते हुए पाया गया था। चुनाव के समय ड्यूटी न करने के मामले में जिला पंचायत सीईओ तपस्या सिंह परिहार ने शिक्षक को सस्पेंड कर दिया था। इस मामले में आज जिला पंचायत छतरपुर कार्यालय में जब तपस्या सिंह परिहार अपने कार्यालय में बैठी हुई थी। इस समय एक आरोपी शिक्षक विशाल अस्थाना आवेदन लेकर गया। जिसके साथ एक लिफाफा भी लिए था, उसने CEO मैडम को 50,000 की रिश्वत देने की पेशकश की, लेकिन मैडम ने इनकार करते हुए कोतवाली टीआई को फोन किया और पुलिस को बुलाकर गिरफ्तार करा दिया।
ऐसे पकड़ाया शिक्षक का झूठ
जिला पंचायत सीईओ IAS तपस्या का कहना है कि शिक्षक विशाल अस्थाना चुनाव ड्यूटी से गायब रहे। जब इस संबंध में जवाब मांगा गया तो उसका कहना था कि वो मेडिकल लीव पर था। इसी बात पर वह फंस गया। दरअसल, विधानसभा चुनाव में अवकाश स्वीकृत करने के लिए तपस्या नोडल अधिकारी थीं। ऐसे में किसी भी कर्मचारी को जिले में सिर्फ वही अवकाश स्वीकृत कर सकती थीं और उन्होंने शिक्षक अस्थाना का कोई अवकाश स्वीकृत नहीं किया था। झूठ पकड़े जाने पर उन्होंने इसकी जांच जिला शिक्षा अधिकारी को सौंप दी थी। जांच पूरी होती, इससे पहले ही शिक्षक रिश्वत देने पहुंच गया और पकड़ा गया।