CHHATARPUR. 'यहां सब व्यस्त हैं। यहां प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां चल रही हैं। कलेक्टर साहब आए हैं। हम मॉकड्रिल में लगे हुए हैं, तुम पत्नी को लेकर वापस अपने गांव ले जाओ। सोमवार को आना।' छतरपुर के जिला अस्पताल में डॉक्टर ने एक आदिवासी को यही जवाब दिया। इसके बाद जो हुआ वो स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। आदिवासी गर्भवती की डिलीवरी बस स्टैंड के पब्लिक टॉयलेट में हुई।
➡ छतरपुर में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था
➡ बस स्टैंड के पब्लिक टॉयलेट में आदिवासी गर्भवती की डिलीवरी
➡ पति ने बताया- जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने भर्ती नहीं किया
➡ डॉक्टरों ने कहा- यहां सब पीएम मोदी के आगमन की तैयारियों में व्यस्त हैं
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— TheSootr (@TheSootr) August 12, 2023
डॉक्टर बोले- पीएम आ रहे हैं, हम मॉकड्रिल में लगे हैं
बड़ा मलहरा के बरेठी गांव का आदिवासी युवक अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा था। पहले वो बड़ा मलहरा के अस्पताल गया था, वहां से उसकी पत्नी को रेफर किया गया था। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उसकी पत्नी को भर्ती नहीं किया। डॉक्टरों ने कहा यहां सब व्यस्त हैं। यहां प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां चल रही हैं। कलेक्टर साहब आए हैं। हम मॉकड्रिल में लगे हुए हैं, तुम पत्नी को लेकर वापस अपने गांव ले जाओ। सोमवार को आना। इसके बाद आदिवासी वापस बस स्टैंड आ गया।
बस स्टैंड के पब्लिक टॉयलेट में हुई डिलीवरी
बस स्टैंड पर आदिवासी की पत्नी के लिए प्रसव पीड़ा असहनीय हो गई। वहीं बने पब्लिक टॉयलेट में चादर लगाकर परिजन ने ही गर्भवती का प्रसव कराया।
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CMHO ने क्या कहा ?
छतरपुर जिला अस्पताल के CMHO डॉ. लखन तिवारी ने कहा कि अगर महिला जिला अस्पताल लाई गई और उसे यहां से भगाया गया है तो मैं जांच कराता हूं कि कब एंबुलेंस को कॉल किया और डिलीवरी कब हुई है। आने-जाने में कम से कम आधा घंटे का समय लगता है।
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वार्ड पार्षद भी बोले- अस्पताल प्रशासन मॉकड्रिल में व्यस्त
वार्ड पार्षद गिविंद तिवारी को जब इस मामले की सूचना मिली तो वे अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि ये गंभीर लापरवाही है। 12 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी खजुराहो आने वाले हैं। उनके आगमन की तैयारियों को लेकर पूरा जिला अस्पताल प्रशासन मॉकड्रिल और रिहर्सल में लगा हुआ है। इसके चलते मरीजों को अस्पताल में घुसने नहीं दिया जा रहा है, आम नागरिक परेशान हैं। इसका जीता जागता उदाहरण ये आदिवासी महिला है जो अस्पताल गई और उसे भगा दिया गया।