BHOPAL. पान सिंह तोमर फिल्म तो आपको याद होगी, जिसमें पान सिंह तोमर अपने गांव में हुए जमीन का विवाद निपटारे के लिए जिला कलेक्टर को गांव में बुलवाता है, लेकिन जिला कलेक्टर के ही सामने दोनों पक्षों के बीच बंदूकें तन जाती हैं। यह नजारा देखकर कलेक्टर भी मौके से निकल जाते हैं। ऐसा ही वाक्या एक बार फिर से चंबल में सामने आया है, जहां जिला कलेक्टर के सामने ही दो पक्ष आपस में भिड़ गए और कलेक्टर जब मौके से निकले तो दोनों पक्षों के बीच पथराव हो गया, गोलियां चलने लगी। भिंड के मेहगांव थाना अंतर्गत अजनौधा गांव में दो पक्षों में हुए विवाद के बाद जमकर फायरिंग हुई।
वर्तमान सरपंच की शिकायत करने से शुरू हुआ विवाद
दरअसल ये पूरा मामला भिंड जिले के अजनौधा गांव का है जब अजनौधा गांव में विकसित भारत यात्रा के तहत शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में शिरकत करने के लिए खुद भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव भी पहुंचे थे। शिविर के दौरान गांव के ही लाखन सिंह ने पूर्व सरपंच रेखा शर्मा के कार्यकाल में हुए कार्यों की शिकायत करना कलेक्टर से शुरू कर दी। इस बात का विरोध पूर्व सरपंच रेखा शर्मा के बेटे अभिषेक शर्मा ने कर दिया तो दोनों के बीच विवाद होने लगा। अभिषेक शर्मा ने भी वर्तमान सरपंच के कार्यकाल के कार्यों की शिकायत करना शुरू कर दी। लाखन सिंह वर्तमान सरपंच का समर्थक है, लिहाजा लाखन सिंह भी अभिषेक की शिकायत को सहन नहीं कर सका। मामला इतना गंभीर था कि कलेक्टर को पूरे गांव के ही शस्त्र लाइसेंस निलंबित करना पड़ गए।
कलेक्टर के सामने ही भिड़ गए दोनों पक्ष
दोनों के बीच कलेक्टर के सामने ही तकरार शुरू हो गई और दोनों पक्ष आपस में झगड़ने लगे। कलेक्टर ने अपने सामने झगड़ा देखकर जैसे तैसे माहौल को शांत कराया और कलेक्टर वहां से निकल गए, लेकिन कलेक्टर के निकलते ही अभिषेक शर्मा और लाखन सिंह के बीच फिर से विवाद होने लगा। विवाद इतना बढ़ गया की मौके पर पथराव हो गया और गोलियां चलने लगी। इस दौरान अभिषेक शर्मा के साथ मारपीट भी की गई। इस घटना के बाद पंचायत के समस्त लाइसेंस निलंबित किए जाने की कार्रवाई भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने की। वहीं गांव में फायरिंग किए जाने की मामले की जांच को लेकर मेहगांव पुलिस मौके पर पहुंच गई है। पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
गांव के सभी शस्त्र लाइसेंस निलंबित
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव जिला मुख्यालय तक पहुंच नहीं पाए कि उनके पास गोलियां चलने की सूचना पहुंच गई। इसके बाद कलेक्टर ने तुरंत निर्णय लेते हुए अजनौधा गांव के सभी शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए। इसके बाद अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत लेकर अभिषेक शर्मा मेहगांव थाने पहुंचा। यहां अभिषेक की शिकायत पर से मेहगांव थाना पुलिस ने लाखन सिंह समेत रायसिंह, अंकेस सिंह, गोलू सिंह, रघुवीर सिंह और करू सिंह के खिलाफ 341,336,294,323,506 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस बल भी तैनात किया गया है।