जितेंद्र सिंह, GWALIOR. मध्य प्रदेश में ग्वालियर के दो ट्रांसपोर्टरों ने भारत सरकार की पेट्रोलियम कंपनी (बीपीसीएल) को करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए की चपत लगा दी। बीपीसीएल के एकाउंट का मिलान होने पर गड़बड़ी का खुलासा हुआ, जिसके बाद कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक ने पुलिस की अपराध शाखा में शिकायत दर्ज करवाई है। फिलहाल आरोपी फरार हैं।
स्मार्ट फ्लीट कार्ड से लगाया चूना
ग्वालियर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र में स्थित ट्रांसपोर्ट नगर के दो ट्रांसपोर्टर बीपीसीएल के रेगुलर ग्राहक हैं। कंपनी ने उन्हें स्मार्ट फ्लीट कार्ड उपलब्ध करवा रखे थे। स्मार्ट फ्लीट कार्ड के माध्यम से कंपनी ट्रांसपोर्टर और व्यक्तिगत ग्राहकों को परेशानी से बचाने के लिए कार्ड के माध्यम से लेनदेन करती है। ग्वालियर के दो ट्रांसपोर्टर सुनील सिंह और सलमान खान ने इसी कार्ड के माध्यम से कंपनी को चूना लगाया।
एकाउंट का मिला हुआ तब खुला राज
सुनील और सलमान ने स्मार्ट फ्लीट कार्ड के माध्यम से बीपीसीएल से 11 करोड़ रुपए का लेन-देन किया। 11 करोड़ रुपए में से दोनों ने 3.41 करोड़ रुपए जमा नहीं किए। कंपनी ने एकाउंट का मिलान किया तब उन्हें जानकारी हुई। तब उन्होंने दोनों से कई बार रकम वापस करने को कहा, लेकिन दोनों के द्वारा बकाया रुपया नहीं लौटाया गया।
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क्षेत्रीय प्रबंधक ने कराई दोनों पर एफआईआर
बीपीसीएल के क्षेत्रीय प्रबंधक राजकुमार यदु ने ग्वालियर क्राइम ब्रांच में दोनों ट्रांसपोर्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस के मुताबिक कंपनी अपने बड़े कस्टमर को तेल कंपनियां स्मार्ट फ्लीट कार्ड प्रदान करती हैं। फ्लीट कार्ड के जरिए ही सुनील सिंह और सलमान खान ने कंपनी के 11 करोड़ रुपये उपयोग किया, लेकिन 3.41 करोड़ रुपए नहीं लौटाए। डीएसपी हेडक्वार्टर विजय सिंह भदौरिया का कहना है कि आरोपियों की तलाश की जा रही है। उनके पकड़ में आते ही इतने बड़े घोटाले से पर्दा उठ सकेगा।