संजय गुप्ता, INDORE. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नवनियुक्त सीएम डॉ. मोहन यादव कुर्सी संभालने से पहले उज्जैन में पहुंचे और प्रभु महाकाल की पूजा की। इस दौरान कांग्रेस नेता और गंधवानी विधायक उमंग सिंघार ने उनके सामने कई भक्तों की मांग रख दी।
सिंघार ने X पर रखी ये मांग
सिंघार ने X (ट्विटर) पर लिखा कि म.प्र के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव जी को शुभकामनाएं, मेरा अनुरोध है की आप अपने नए दायित्व का शुभारंभ मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थलों जैसे मुख्यतः 'महाकाल मंदिर' में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं पर सरकार द्वारा जबरन थोपा गया दर्शन शुल्क हटा कर करें।
सनातन धर्म के मंदिरों को सरकारी हस्तक्षेप के कारण सार्वजनिक पर्यटन केंद्र के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है। भगवान के दर्शन पर वीआईपी शुल्क, प्रसाद का विक्रय, प्रोटोकॉल टिकिट लगाना लाखों श्रद्धालुओं का अपमान करने जैसा है। अन्य धर्मों के किसी भी धार्मिक स्थल पर ऐसे शुल्क नहीं लगाए जाते। श्रद्धालुओं से दर्शन शुल्क लेकर व्यवसाय करना धर्म के अपमान स्वरूप है। श्रद्धालुओं से कोई शुल्क न लिया जाए इसकी पहल श्री महाकाल मंदिर उज्जैन से की जाए।
जय श्री महाकाल…
सिंघार ने ये संदेश संघ, मोदी और शाह को भी टैग किया
उमंग सिंघार ने ये संदेश पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और यहां तक कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) को भी टैग किया है।
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लंबे समय से उठ रही है शुल्क हटाने की मांग
महाकाल लोक बनने के बाद उज्जैन में श्रृद्धालुओं की भीड़ एकदम से बढ़ी है और ये सबसे ज्यादा भक्त आने वाले धार्मिक स्थलों में से एक हो गया है। वहीं मंदिर प्रशासन ने यहां पर वीआईपी दर्शन से लेकर, गर्भ गृह दर्शन और अन्य सुविधाओं को लेकर अत्याधिक शुल्क लगा दिया है। इससे मंदिर की आय तो कई गुना बढ़ गई, लेकिन भक्त नाराज हैं। वहीं वीआईपी ट्रीटमेंट और आम भक्तों के बीच भेदभाव को लेकर भी लगातार आलोचना होती है। इसके चलते लगातार मांग उठ रही है कि दर्शन शुल्क बंद किया जाए।