मध्यप्रदेश में सीधी पेशाब कांड पर विधानसभा में हंगामा, चर्चा कराने पर अड़ा रहा विपक्ष, कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित

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Jitendra Shrivastava
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मध्यप्रदेश में सीधी पेशाब कांड पर विधानसभा में हंगामा, चर्चा कराने पर अड़ा रहा विपक्ष, कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित

BHOPAL. विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन हंगामें की भेंट चढ़ गया। कांग्रेस ने विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सीधी पेशाब कांड पर चर्चा की मांग की। अपनी मांग को लेकर विपक्षी विधायकों ने जमकर हंगामा किया। हंगामें के चलते विधानसभा की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई। दोबारा कार्यवाही शुरु हुई तो कांग्रेस विधायकों ने स्थगन पर चर्चा की मांग को लेकर आसंदी के सामने जमकर नारेबाजी की। शोर शराबे के बीच में स्पीकर ने सरकारी कामकाज निपटाकर विधानसभा की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी। 



वंदे मातरम के अपमान का मामला गूंजा



विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने सीधी पेशाब कांड पर दिए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। इस पर स्पीकर गिरीश गौतम ने कहा कि पहले वंदे मातरम गायन होगा फिर कोई बात की जाएगी। वंदे मातरम के गायन खत्म होते ही संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने वंदे मातरम का अपमान किया है। जवाब में कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने वंदे मातरम गायन के समय कोई हंगामा नहीं किया तो फिर ये अपमान कैसे हो गया। 



टमाटर-मिर्च की माला पहनकर पहुंचीं कांग्रेस विधायक



मानसून सत्र में शामिल होने के लिए रैगांव से कांग्रेस विधायक कल्पना वर्मा टमाटर और मिर्च की माला पहनकर विधानसभा पहुंचीं। इस पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा, यह मौसमी महंगाई है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। सिर्फ मध्यप्रदेश में महंगाई नहीं है, राजस्थान में तो कांग्रेस की सरकार है, वहां क्या फ्री मिल रहा है। PWD मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा, क्या कांग्रेस के काल में सब्जियों के भाव नहीं बढ़ते। पहले महंगाई को लेकर सरकार गिर जाया करती थी। यह आदिकाल से होता आ रहा है। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा, टमाटर 100 से 70 पर आया है। जल्द भाव नियंत्रित होंगे।



गोविंद सिंह ने बताया शिवराज की साजिश



नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा, भाजपा के नेता आदिवासी के सिर पर पेशाब करते हैं। घटना ने पूरे विश्व में मध्यप्रदेश को कलंकित किया। अध्यक्ष से चर्चा के लिए अनुरोध किया था। सरकार जब-जब भ्रष्टाचार और अनैतिक कार्य में फंसती है, चर्चा कराने से भागती है। शिवराज सिंह पूरी तरह से तानाशाह मुख्यमंत्री बन गए हैं। जब-जब उन पर बात आती है, हो-हल्ला कराकर प्रजातंत्र का गला घोंटते हैं। बात नहीं करने देते। सदन स्थगित कराने की साजिश रचते हैं। दबाव में आकर अध्यक्ष भी उनकी हां में हां मिला रहे हैं।



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कमलनाथ बोले अपराधियों से सरकार की सहानुभूति



प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, आदिवासी अत्याचार में मध्यप्रदेश देश में नंबर-1 है। सीधी घटना से प्रदेश कलंकित हुआ। इस पर चर्चा के लिए मांग की। स्थगन प्रस्ताव दिया, लेकिन स्वीकार नहीं किया। यह दबाने और छिपाने की राजनीति है। कोई और उपाय देने को तैयार नहीं कि कैसे चर्चा होगी। अपराधियों के प्रति जब तक सरकार की सहानुभूति रहेगी, चर्चा नहीं करेगी।



27 महीने में सीएम हाउस में दर्जन भर से ज्यादा कार्यक्रम



कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा के सवाल पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखित जवाब में सीएम हाउस में हुए कार्यक्रमों की जानकारी दी। जानकारी में बताया गया कि 3 जनवरी 2021 से 17 अप्रैल 2023 तक 15 आयोजन किए गए। इन कार्यक्रमों पर 1 करोड़ 90 लाख रुपए खर्च किए गए। इनमें सबसे ज्यादा राशि होली मिलन कार्यक्रम पर खर्च हुई। इन आयोजनों में सबसे ज्यादा खर्च टेंट लगाने पर आया।


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