उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल यहां 26 वर्षीय महिला ने अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और बताया कि पति उसे 4 माह के गर्भावस्था के चलते भी बाहर कही घूमाने नहीं ले गया और उसे मानसिक रूप से प्रताडि़़त भी किया जाता है। महिला का कहना है कि वह लगातार 'कैद' जैसी स्थिति में रह रही थी।
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पत्नी ने कहा ये है रिश्ता टूटने की खास वजह
- मानसिक उत्पीडऩ : महिला ने दावा किया कि उसका पति किसी भी सामाजिक या पारिवारिक कार्यक्रम में उसे नहीं ले जाता था। वह उसे अपने ही घर में बंद करके रखता था।
- मायके नहीं जाने देता था पति :- महिला ने बताया कि उसे अपने माता-पिता से मिलने तक नहीं दिया जाता था। जब उसने मायके जाने की बात कही तो पति ने मना कर दिया।
- स्वतंत्रता की कमी :- उसका कहना है कि पति के व्यवहार के चलते वह डिप्रेशन में चली गई और अंतत: उसने गर्भपात का फैसला लिया
पति का पक्ष
पति ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वह बिजनेस में व्यस्त था, इसलिए समय नहीं निकाल पाया। उसका कहना है कि उसने पत्नी को कभी जानबूझकर नहीं रोका और जो हुआ, वह गलतफहमी का नतीजा है।
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गर्भपात और कानूनी पहलू
महिला ने अपनी मर्जी से मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी कराया। हालांकि, उसने आरोप लगाया कि यह स्थिति पति की उपेक्षा और असहयोग के चलते उत्पन्न हुई। थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
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समाज में उठते सवाल
- इस घटना ने कई सामाजिक सवाल खड़े कर दिए हैं
- क्या भावनात्मक उपेक्षा भी तलाक का कारण बन सकती है?
- विवाह में स्वतंत्रता और सम्मान की परिभाषा क्या है?
- मानसिक उत्पीडऩ की सीमा कौन तय करेगा?
- मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी एक्ट | थाने में शिकायतें